IMD ऑरेंज अलर्ट क्या है? समझें संकेत और सुरक्षा टिप्स
जब भारतीय मौसम विभाग (IMD) ऑरेंज अलर्ट जारी करता है, तो इसका मतलब है कि गंभीर मौसम स्थिति करीब है। यह केवल ज़ोरदार बारिश या तेज़ हवाओं के लिए नहीं, बल्कि बवंडर, मुसिबत भरी बर्फबारी या हिमस्खलन जैसी ख़तरनाक स्थितियों के लिए भी हो सकता है। अगर आपके इलाके में ऑरेंज अलर्ट दिख रहा है, तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।
ऑरेंज अलर्ट कब आता है?
आम तौर पर मौसम विभाग तब ऑरेंज अलर्ट जारी करता है जब पूर्वानुमान में 24‑48 घंटे के भीतर बारीश 50 mm से ज़्यादा, हवा की गति 55 km/h से ऊपर या बवंडर की संभावना बहुत अधिक हो। इसे देखते हुए कई शहरों में जल स्तर बढ़ना, सड़कें बाढ़ की चादर में बदलना और बिजली कटौती जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। इसलिए अलर्ट दिखते ही स्थानीय समाचार, रेडियो या ऐप पर अपडेट देखना जरूरी है।
ऑरेंज अलर्ट में क्या करें?
सबसे पहले, घर में जरूरी चीज़ें जैसे टॉर्च, बैटरियां, करंट‑सुरक्षित पानी की बोतलें और दवाइयाँ एक जगह रख लें। अगर बाहर का काम चल रहा है, तो उसे रोक देना बेहतर रहेगा। सड़क पर निकलना जरूरी हो तो हाई‑वेस्टेड रूट चुनें और फूटेज़ वाले पुलों से बचें। अगर बाढ़ का खतरा है, तो ऊँची जगह पर शिफ्ट होना या आपातकालीन निकासी मार्ग जानना मददगार रहता है।
इलेक्ट्रॉनिक सामान को सूखा रखने के लिए प्लास्टिक बैग या कपड़े की थैली में रखें। यदि मौसम इतना बिगड़ता है कि बिजली बंद हो जाए, तो गैस स्टोव या सॉकेट में आग लगने से बचने के लिए उजाले के लिए वैकल्पिक लाइटर तैयार रखें। ऐसे में सोशल मीडिया पर अफवाहों को ज़रूर देखना, लेकिन पुष्टि वाले स्रोतों से ही जानकारी लेना बेहतर रहता है।
अगर आप किसान या दैनिक मजदूर हैं, तो फसल या श्रम स्थल की सुरक्षा के लिए सुनियोजित उपाय करें। खेत में जलभराव को रोकने के लिए नाली साफ़ रखें और फसल की रक्षक जाल लगाएँ। निर्माण साइट पर कामगारों को सुरक्षा हेलमेट, वाटरप्रूफ़ जैकेट और कमज़ोर संरचनाओं से दूर रहने की सलाह दें।
ऑरेंज अलर्ट के दौरान स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों को ध्यान से पढ़ें। कई बार र स्पेशल हेल्पलाइन या आपातकालीन केंद्रों के नंबर भी शेयर किए जाते हैं। इन नंबरों को अपने फ़ोन में सेव कर रखें, ताकि ज़रूरत पड़ने पर तुरंत संपर्क कर सकें।
अंत में, एक छोटी सी बात: इस तरह के अलर्ट अक्सर अचानक हटते हैं, लेकिन डरावनी खबरें लगातार बनती रहती हैं। इसलिए शांत रहना, तैयार रहना और सही जानकारी पर भरोसा करना ही सबसे बड़ा हथियार है। सुरक्षित रहें और अपने परिवार को भी जागरूक रखें।