दिल्ली एयरपोर्ट: T2 और T3 के बीच नया सबवे, अब सिर्फ 70 मीटर की दूरी

दिल्ली एयरपोर्ट पर बड़ा बदलाव: टर्मिनल 2 और 3 अब बस कुछ कदम दूर
अगर आप दिल्ली एयरपोर्ट से अक्सर यात्रा करते हैं, तो T2 से T3 तक जाने की भागदौड़ और लंबी दूरी वाली वॉक आपको अक्सर परेशान करती होगी। फिलहाल दोनों टर्मिनल्स के बीच की दूरी लगभग 500 मीटर है, जिसका मतलब है कम से कम 15-20 मिनट पैदल चलना या फिर लंबी शटल बस की कतार में लगना। अब इस मुश्किल को हमेशा के लिए अलविदा कहने का वक्त आ गया है। DMRC यानी दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन यहां दिल्ली एयरपोर्ट के इतिहास का बड़ा बदलाव लेकर आई है।
DMRC ने इस महीने T2 और T3 को जोड़ने वाले नए अंडरग्राउंड सबवे का निर्माण शुरू कर दिया है। जब यह सबवे बनकर तैयार हो जाएगा, तो दोनों टर्मिनल्स के बीच की दूरी सिर्फ 70 मीटर रह जाएगी। यानी इतना कि आप कुछ ही मिनट में आराम से पहुंच सकते हैं, चाहे आपके पास कितना भी सामान हो। खास बात – इस सबवे में दोनों तरफ एस्केलेटर भी लगाए जाएंगे, ताकि बुजुर्ग या लगेज के साथ ट्रैवल करने वाले लोगों को कोई दिक्कत न हो।
एयरपोर्ट एक्सपीरियंस में क्रांतिकारी सुधार
यह प्रोजेक्ट DMRC और दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) के बीच हुई समझौता (MoU) का नतीजा है, जो मई 2023 में साइन हुआ था। दोनों कंपनियां बहुत करीबी सहयोग से इस पर काम कर रही हैं, ताकि बढ़ती एयर ट्रैफिक और यात्रियों की सुविधा दोनों का अच्छे से ध्यान रखा जा सके। अनुमान है कि करीब दो साल में यह सबवे पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा।
अभी तक अगर कोई यात्री T2 पर घरेलू उड़ान से उतरकर T3 से इंटरनेशनल फ्लाइट पकड़ना चाहता है, तो उसके पास ज्यादा ऑप्शन नहीं होते – या पैदल चले, या शटल का इंतजार करें, या फिर टैक्सी बुक करें। खास तौर से लेट-लतीफ उड़ानों में देर होने पर तो यह झंझट बढ़ जाता है। नए सबवे से अब सीधा और तेज़ रास्ता मिलेगा, जिससे कनेक्टिंग फ्लाइट पकड़ना भी आसान हो जाएगा।
- सबवे दोनों टर्मिनल्स के बीच घूमने वाले यात्रियों के लिए कम दूरी और तेज ट्रांजिट का विकल्प देगा।
- यात्रियों को अब भारी बैगेज लेकर लंबी वॉक या बस का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
- नया सबवे सीधे T3 के एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन से जुड़ जाएगा, जिससे मेट्रो पकड़ना पहले से कहीं ज्यादा सहज होगा।
- आने वाले वक्त में इस तरह की इंफ्रा सुविधाएं दिल्ली एयरपोर्ट के इंटरनेशनल मानकों को और ऊंचा कर देंगी।
DMRC और DIAL दोनों इस पर भरोसा करते हैं कि एयरपोर्ट पर हर दिन करीब दो लाख यात्रियों के बढ़ते दबाव को देखते हुए ये बदलाव बहुत जरूरी है। सबवे का निर्माण शुरू होने के साथ ही हर हफ्ते इसकी प्रगति पर नजर होगी और यात्रियों के अनुभव को ध्यान में रखते हुए इसमें जरुरी सुधार भी किए जाएंगे।
अब जब अगली बार दिल्ली एयरपोर्ट जाएं, तो तैयार रहें एक और बड़ी सहूलियत के लिए—जहां T2 और T3 के बीच की भागदौड़ खत्म होने वाली है।