IPL 2025 ओपनर पर बारिश का साया: कोलकाता में IMD का ऑरेंज अलर्ट, KKR बनाम RCB पर असर?

बारिश का ऑरेंज अलर्ट: ईडन पर कितना बड़ा खतरा?
शाम ढलते ही ईडन गार्डन्स पर काले बादल छाए और साथ ही पहला बड़ा सवाल खड़ा हुआ—क्या IPL 2025 का ओपनर समय पर हो पाएगा? कोलकाता के लिए भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, यानी भारी बारिश की आशंका के साथ “Be Prepared” वाला संदेश साफ है। शहर में कल अभ्यास सत्रों के दौरान तेज बारिश हुई, जिससे आउटफील्ड और लॉजिस्टिक्स दोनों पर असर पड़ा।
पूर्वानुमान दिनभर बदलता रहा। दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक बारिश की संभावना 20% के आसपास थी। 3 बजे हल्की धूप की उम्मीद ने राहत दी, लेकिन 5 बजे—जब ओपनिंग सेरेमनी तय थी—यह संभावना 30% तक बढ़ गई। सबसे महत्वपूर्ण स्लॉट 6 से 9 बजे के बीच रहा, जब बारिश की संभावना लगातार 40% बनी रही। 10 बजे यह 30% और 11 बजे 20% तक नीचे आती दिखी। यह पैटर्न साफ बताता है कि मैच विंडो के दौरान शॉवर का खतरा टला नहीं है।
ऑरेंज अलर्ट का मतलब सिर्फ बारिश नहीं, बल्कि लोकल थंडरस्टॉर्म, तेज हवा और विजिबिलिटी में गिरावट भी है। ऐसे हालात में मैदानकर्मी कवरिंग, सुपर-सॉपर और ड्रेनेज सिस्टम का फुल इस्तेमाल करते हैं। ईडन गार्डन्स की आउटफील्ड तेज़ी से सूखने के लिए जानी जाती है, लेकिन लगातार बौछारें मैच की शुरुआत और ओवरों की संख्या पर असर डाल सकती हैं।
ओपनिंग सेरेमनी पर भी बादल मंडरा रहे हैं। 5 बजे शुरू होने वाली भव्य प्रस्तुति में शाहरुख खान का मोनोलॉग और श्रेया घोषाल, दिशा पटानी, करण औजला के परफॉर्मेंस तय हैं। मौसम बिगड़ा तो स्टेज एक्ट में कटौती, टाइमिंग में फेरबदल या सेफ्टी के चलते कुछ हिस्से रोके जा सकते हैं। पायरोटेक्निक्स और ड्रोन को लेकर अंतिम फैसला मौके की स्थितियों पर होगा।

मैच पर असर, नियम और फैंस के लिए जरूरी गाइड
सबसे अहम—अगर बारिश बीच में आई तो खेल कैसे आगे बढ़ेगा? IPL के प्लेइंग कंडीशंस के हिसाब से लीग मैचों में रिजल्ट के लिए दोनों टीमों को कम से कम 5-5 ओवर खेलने चाहिए। बारिश के बाद ओवर घटते हैं और डकवर्थ-लुईस-स्टर्न (DLS) पद्धति लागू होती है। लीग चरण में आमतौर पर रिजर्व डे नहीं होता, लेकिन अंपायर 60 मिनट तक अतिरिक्त समय निकाल सकते हैं ताकि मैच को खिड़की मिल सके। अगर अंततः एक भी गेंद नहीं हो पाती, तो दोनों टीमों को एक-एक अंक मिलता है।
रणनीति की बात करें तो बादल और नमी नई गेंद को स्विंग दे सकती है। ऐसे में टॉस जीतकर गेंदबाजी पहले करने का फैसला मजबूत विकल्प बन जाता है, खासकर जब DLS का खतरा हो। दूसरी तरफ अगर बारिश बाद में थम जाती है और आउटफील्ड खेल के लायक हो जाती है, तो 5-10 ओवर का तेज रफ्तार मुकाबला भी संभव है—जहां पावर-हिटर गेम का रुख मिनटों में बदल सकते हैं।
आयोजकों की प्राथमिकता दो चीजें हैं—खिलाड़ियों की सुरक्षा और दर्शकों की सुरक्षा। तेज बिजली-गरज की स्थिति में खेल तुरंत रोका जाता है। कवरिंग और सुपर-सॉपर लगातार चलेंगे ताकि बारिश रुकते ही आउटफील्ड जल्दी तैयार हो सके। मैदानकर्मी आमतौर पर 20-30 मिनट की खिड़की का भी फायदा उठाने की कोशिश करते हैं, हालांकि यह बारिश की तीव्रता पर निर्भर करता है।
फैंस क्या करें? अगर आप ईडन जा रहे हैं, तो थोड़ा प्रैक्टिकल प्लान बनाएं।
- रेनकोट या पोन्चो रखें। कई स्टेडियमों में छाता लाने पर पाबंदी होती है—गेट पर बेवजह अटकेंगे।
- फोन और टिकट/पास को वाटरप्रूफ पाउच में रखें। एक छोटा माइक्रो-फाइबर तौलिया मदद करेगा।
- पब्लिक ट्रांसपोर्ट का बैकअप रखें। बारिश में पार्किंग और ट्रैफिक सुस्त होता है; समय से पहले पहुंचें।
- सीटिंग ब्लॉक के मुताबिक एंट्री गेट चुनें। बारिश में गेट शिफ्ट करना मुश्किल हो जाता है।
- टिकट रिफंड/क्रेडिट की शर्तें टिकटिंग पार्टनर के मैसेज/मेल में देखें। अलग-अलग आयोजकों की नीतियां अलग होती हैं; कई जगह रिफंड पर विचार तभी होता है जब एक भी गेंद न फेंकी जाए।
टीमों की तैयारियां बारिश के बीच भी जारी रहीं। दोनों टीमों ने अपनी-अपनी योजनाओं को शॉर्ट सेशन में समेटा—वार्म-अप को इनडोर शिफ्ट किया, और बॉलिंग-फील्डिंग ड्रिल्स को आउटफील्ड की स्थिति देखकर एडजस्ट किया। अगर बादल और हवा बनी रहती है, तो पावरप्ले में सीमर्स की भूमिका बढ़ेगी; स्पिनरों को ग्रिप में थोड़ी मुश्किल हो सकती है, लेकिन धीमी गेंदें और हार्ड लेंथ काम आएंगी।
फैंस के लिए असली सवाल यही है—क्या मैच होगा? तस्वीर सरल नहीं है, पर पूरी तरह निराशाजनक भी नहीं। पूर्वानुमान कहता है कि शाम को बारिश टपक-टपक कर खेल सकती है, पर खिड़कियां भी मिल सकती हैं। यही वजह है कि टॉस के फौरन बाद हर ओवर की कीमत बढ़ जाएगी और कप्तानों का माइक्रो-मैनेजमेंट—पावरप्ले में दो ओवर किसे, डेथ में किसे—मैच की दिशा तय करेगा।
लाइव इवेंट के इतने बड़े सेटअप में एक और चुनौती है—ओपनिंग सेरेमनी और मैच ऑपरेशन का तालमेल। अगर 5 बजे के आसपास बारिश तेज हुई तो सेरेमनी को छोटा करना आयोजकों का पहला कदम होगा, ताकि पिच और स्क्वेयर को खुला रखा जा सके और कवरिंग-ड्रेनिंग पर संसाधन केंद्रित रहें। पिच स्टाफ आमतौर पर मुख्य स्ट्रिप के अलावा पास की स्ट्रिप्स को भी कवर करता है ताकि पानी रिसाव का जोखिम घटे।
कुल मिलाकर, हालात बैलेंस पर हैं—कभी इधर, कभी उधर। मौसम विज्ञानी हल्की सुधार की बात कर रहे हैं, पर मैच विंडो (6-9 बजे) में 40% तक बारिश की संभावना नजरअंदाज नहीं की जा सकती। समस्याएं हैं, लेकिन ईडन की ग्राउंड टीम का रिकॉर्ड मजबूत है। बारिश थमी तो कम ओवरों का रोमांचक मुकाबला दिख सकता है; लगातार बरसी तो अंक साझा भी हो सकते हैं। इंतजार बस आसमान के मूड का है—और ईडन गार्डन्स के जलवे का।