एनएसई बीएसई: शेयर बाजार, आईपीओ और निवेश की सभी अपडेट्स
भारत का शेयर बाजार दो बड़े प्लेटफॉर्म्स पर चलता है: एनएसई, भारत का सबसे बड़ा शेयर एक्सचेंज जो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया को दर्शाता है और करोड़ों निवेशकों के लिए लिस्टेड कंपनियों का मुख्य मंच है और बीएसई, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज, जो एशिया का पहला शेयर बाजार था और अभी भी देश के सबसे पुराने और सबसे अधिक ट्रेड किए जाने वाले ट्रेडिंग सिस्टम में से एक है। ये दोनों एक ही बाजार के दो पहिए हैं—एक कंपनी एनएसई पर लिस्ट हो सकती है, दूसरी बीएसई पर, और कई बार दोनों पर एक साथ। इन्हीं एक्सचेंजेस पर होता है आईपीओ, शेयर खरीद-बिक्री, और निवेशकों के लिए अर्जित होने वाला लाभ या नुकसान।
आईपीओ यानी प्राइवेट कंपनियों का पब्लिक आईपीओ, जब कोई कंपनी अपने शेयर सामान्य जनता के लिए बेचने का फैसला करती है, तो इसे आईपीओ कहते हैं अब भारत में रोज़ का विषय बन गया है। LG इलेक्ट्रॉनिक्स, टाटा कैपिटल, Canara Robeco जैसी कंपनियों ने अपने आईपीओ लॉन्च किए, और निवेशकों ने करोड़ों रुपये लगाए। इन आईपीओ के लिए सब्सक्रिप्शन रेट अक्सर 50 गुना से भी ज्यादा हो जाता है, जिससे पता चलता है कि लोग अब शेयर बाजार में सिर्फ़ गेम नहीं, बल्कि अपनी आर्थिक भविष्य की नींव बना रहे हैं। एनएसई और बीएसई इन आईपीओ के लिए ऑफिशियल प्लेटफॉर्म हैं—जहाँ शेयर की कीमत निर्धारित होती है, अलॉटमेंट होता है, और लिस्टिंग का दिन तय होता है।
शेयर बाजार की खबरें सिर्फ़ आईपीओ तक ही सीमित नहीं हैं। जब निक्केई 225 में 8% गिरावट आती है, तो भारतीय बाजार भी हिल जाता है। ट्रम्प के टैरिफ, जापान की आर्थिक स्थिति, या अमेरिकी ब्याज दरें—ये सब एनएसई और बीएसई के नंबर्स पर असर डालते हैं। इसीलिए निवेशकों को सिर्फ़ अपनी कंपनियों का ध्यान नहीं, बल्कि पूरे वैश्विक बाजार का भी ध्यान रखना पड़ता है। यही कारण है कि यहाँ आपको एनएसई और बीएसई से जुड़ी हर बड़ी घटना मिलेगी: आईपीओ के रिजल्ट, शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव, बड़े निवेशकों के फैसले, और उन नियमों की जानकारी जो आपके पैसे को प्रभावित करते हैं।
इस पेज पर आपको एनएसई और बीएसई के साथ जुड़ी हर ऐसी खबर मिलेगी जो आपके निवेश को बदल सकती है। चाहे आप एक नया निवेशक हों जो पहली बार SIP शुरू कर रहे हैं, या एक अनुभवी ट्रेडर जो आईपीओ के लिए तैयार हैं—यहाँ का हर लेख आपके लिए बनाया गया है। जानिए कौन सी कंपनियाँ अभी आईपीओ में हैं, किसका शेयर ऊपर जा रहा है, और किसकी बात सुनने से बचना चाहिए।