सुदीप फार्मा आईपीओ आवंटन पूरा: ग्रे मार्केट प्रीमियम में गिरावट, 28 नवंबर को सूचीबद्ध
नव॰, 27 2025
सुदीप फार्मा लिमिटेड का आईपीओ आवंटन बुधवार, 26 नवंबर 2025 को पूरा हो गया, और शेयर 28 नवंबर को एनएसई और बीएसई दोनों पर सूचीबद्ध होंगे। यह आईपीओ सिर्फ एक बड़ा आंकड़ा नहीं, बल्कि भारतीय फार्मास्यूटिकल्स सेक्टर के प्रति निवेशकों की भावना का एक स्पष्ट संकेत है। तीन दिनों के अनुरोध अवधि के दौरान, इसकी अनुरोध दर 93.71 गुना रही — जो इतिहास में कम ही आईपीओ में देखा गया है। विशेष रूप से, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) ने 213.08 गुना का अनुरोध किया, जो बाजार में इस कंपनी के भविष्य के प्रति विश्वास को दर्शाता है।
आईपीओ का आंकड़ा: कितना बड़ा था अनुरोध?
कुल 1,05,64,927 शेयरों के लिए 99,00,86,575 शेयरों का अनुरोध आया। यानी लगभग 94 गुना अधिक अनुरोध। QIB वर्ग में तो यह दर 213 गुना से भी ऊपर रही — जो इस बात की ओर इशारा करता है कि बड़े निवेशक इस कंपनी को एक लंबे समय तक चलने वाली निवेश अवसर मान रहे हैं। गैर-संस्थागत निवेशक (NII) ने 116.72 गुना अनुरोध किया, जबकि छोटे निवेशकों (रिटेल) की भागीदारी 15.65 गुना रही। यह तीनों वर्गों में असामान्य रूप से उच्च अनुरोध था।
आईपीओ की कीमत बैंड ₹563 से ₹593 प्रति शेयर रखी गई थी। इसमें ₹95 करोड़ का नया शेयर जारी किया गया और ₹800 करोड़ का ऑफर फॉर सेल, जिसमें प्रमोटर्स — सुजित जयसुख भैयानी, सुजीत जयसुख भैयानी एचयूएफ, शानिल सुजित भैयानी, और अवनी सुजित भैयानी — अपने शेयर बेच रहे थे। यह आईपीओ कुल ₹895 करोड़ का था।
ग्रे मार्केट प्रीमियम: उतार-चढ़ाव का संकेत
ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) शुरू में ₹97 तक पहुँच गया था, जो इस बात की ओर इशारा करता था कि बाजार में शेयर की लिस्टिंग के बाद 16-17% तक का लाभ हो सकता है। लेकिन बुधवार के बाद, गुरुवार, 27 नवंबर को GMP ₹90 तक गिर गया — लगभग 7.2% की गिरावट। यह एक सामान्य घटना है। जब आवंटन हो जाता है, तो ग्रे मार्केट में अफवाहें कम हो जाती हैं, और निवेशक अपनी अपेक्षाओं को समायोजित कर लेते हैं। फिर भी, ₹90 का GMP अभी भी इस बात का संकेत देता है कि लिस्टिंग पर 15% से अधिक रिटर्न की उम्मीद है।
यह गिरावट जरूरी नहीं कि खराब संकेत है। अक्सर, जब आईपीओ इतना अधिक ओवरसब्सक्राइब होता है, तो ग्रे मार्केट में अत्यधिक उत्साह देखा जाता है — जो बाद में संतुलित हो जाता है। यहाँ तक कि एक छोटी सी गिरावट भी अधिक स्थिर लिस्टिंग के लिए अच्छी खबर हो सकती है।
आवंटन और डीमैट अकाउंट में शेयर कैसे दिखेंगे?
आवंटित शेयर 27 नवंबर, गुरुवार को निवेशकों के डीमैट अकाउंट में जमा हो जाएंगे। जिन्हें शेयर नहीं मिले, उनकी राशि 2-3 कार्यदिवसों के भीतर वापस आ जाएगी। आवंटन की जानकारी के लिए निवेशक MUFG Intime India की वेबसाइट पर जा सकते हैं — अपना PAN या आवेदन संख्या डालकर खोज सकते हैं। इसी तरह, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की आधिकारिक वेबसाइट्स पर भी यह जानकारी उपलब्ध है। कई ब्रोकर्स ने अपने ऐप्स पर ऑटो-नोटिफिकेशन भी शुरू कर दिए हैं।
इस आईपीओ में न्यूनतम बाइड 25 शेयर थी, और उसके बाद हर 25 शेयर के गुणक में बाइड किया जा सकता था। यह छोटे निवेशकों के लिए भी एक अच्छा अवसर था।
क्यों इतना बड़ा रिस्पॉन्स? सेक्टर का राज
भारतीय फार्मास्यूटिकल्स सेक्टर पिछले दो वर्षों में बहुत मजबूत रहा है। कोविड के बाद, देश में जीवन रक्षक दवाओं की डिमांड बढ़ी, और घरेलू उत्पादन पर जोर दिया गया। सुदीप फार्मा एक ऐसी कंपनी है जो जेनेरिक दवाओं और एंटीबायोटिक्स में मजबूत है — और इसकी उत्पादन क्षमता और गुणवत्ता के लिए बाजार में अच्छी पहचान है।
कंपनी के लिए यह आईपीओ सिर्फ पूंजी जुटाने का माध्यम नहीं है। यह उसकी ब्रांड वैल्यू को बढ़ाने का भी एक तरीका है। अब जब यह निवेशकों के सामने आ गई है, तो इसके फाइनेंशियल रिपोर्ट्स और ग्रोथ प्लान्स को और अधिक पारदर्शिता के साथ देखा जाएगा।
अगला कदम: लिस्टिंग और बाजार की प्रतिक्रिया
28 नवंबर को लिस्टिंग के बाद बाजार की पहली प्रतिक्रिया देखना बहुत महत्वपूर्ण होगा। अगर शेयर लिस्टिंग पर ₹650-₹670 के आसपास खुलता है, तो यह एक बहुत ही स्थिर शुरुआत होगी। अगर यह ₹700 के पार जाता है, तो यह बाजार की अत्यधिक उत्साह की ओर इशारा करेगा।
एक बात याद रखें: ग्रे मार्केट का अनुमान हमेशा सही नहीं होता। लेकिन यहाँ तक कि गिरावट के बावजूद, GMP का स्तर अभी भी बहुत मजबूत है। यह आईपीओ निवेशकों के लिए एक अच्छा अवसर हो सकता है — लेकिन लंबे समय के लिए देखना चाहिए।
आईपीओ के बाद क्या होगा?
सुदीप फार्मा इस राशि से अपने उत्पादन क्षमता को बढ़ाएगा, रिसर्च और डेवलपमेंट पर निवेश करेगा, और अपने डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क को मजबूत करेगा। अगले दो साल में यह कंपनी एशियाई बाजारों में भी अपना दावा बढ़ा सकती है। अगर यह लिस्टिंग के बाद अच्छा प्रदर्शन करती है, तो अन्य छोटे फार्मा कंपनियों के लिए यह एक नया मॉडल बन सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
सुदीप फार्मा के आईपीओ में शेयर आवंटित हुए हैं, लेकिन डीमैट अकाउंट में नहीं दिख रहे, क्या करें?
आवंटन 26 नवंबर को पूरा हुआ है, और शेयर 27 नवंबर तक डीमैट अकाउंट में जमा हो जाने चाहिए। अगर अभी तक नहीं दिख रहे, तो पहले अपने ब्रोकर के ऐप या वेबसाइट पर जाएँ। अगर वहाँ भी नहीं हैं, तो MUFG Intime India की वेबसाइट पर PAN या आवेदन नंबर से आवंटन स्टेटस चेक करें। अक्सर डीमैट अकाउंट में अपडेट में 12-24 घंटे का देरी होती है।
ग्रे मार्केट प्रीमियम गिरने से क्या मतलब है? क्या लिस्टिंग पर लाभ कम हो जाएगा?
ग्रे मार्केट प्रीमियम का गिरना अक्सर अत्यधिक उत्साह के बाद संतुलन लाने का संकेत होता है। यह इस बात का संकेत नहीं है कि लिस्टिंग पर लाभ नहीं होगा। ₹90 का GMP अभी भी ₹593 के इश्यू प्राइस के आसपास 15% से अधिक प्रीमियम दर्शाता है — जो अभी भी बहुत मजबूत है। लिस्टिंग के दिन बाजार की वास्तविक प्रतिक्रिया ही निर्णायक होगी।
क्या रिटेल निवेशकों को शेयर मिलने की संभावना कम है?
हाँ, रिटेल निवेशकों को शेयर मिलने की संभावना कम है क्योंकि इस आईपीओ में QIB और NII ने लगभग 90% अनुरोध किया था। रिटेल वर्ग के लिए केवल 15.65 गुना अनुरोध था, जो आमतौर पर बहुत कम आवंटन का कारण बनता है। लेकिन अगर आपको शेयर मिल गए हैं, तो यह एक अच्छा अवसर है — क्योंकि इसका बाजार में अच्छा अनुमान है।
क्या सुदीप फार्मा के शेयर लंबे समय तक अच्छा प्रदर्शन करेंगे?
लंबे समय के लिए यह उसके फाइनेंशियल परफॉर्मेंस, डिमांड और गवर्नेंस पर निर्भर करेगा। अभी तक, कंपनी का बिजनेस मॉडल स्थिर लग रहा है — जेनेरिक दवाओं पर फोकस, गुणवत्ता पर ध्यान, और बढ़ती उत्पादन क्षमता। अगर वह अपनी डिब्ट लेवल को नियंत्रित रखती है और नए उत्पाद लॉन्च करती है, तो यह अगले 3-5 साल में एक स्थिर निवेश बन सकती है।
Vikash Kumar
नवंबर 29, 2025 AT 08:44ये आईपीओ तो बस ग्रे मार्केट की भागदौड़ थी। 94x सब्सक्रिप्शन? बस लोगों को पैसा उड़ाने का मौका मिल गया। लिस्टिंग पर देखोगे तो शेयर गिरेगा।
Siddharth Gupta
नवंबर 30, 2025 AT 19:17भाई ये तो बिल्कुल फार्मा सेक्टर की जंग है! जब देश घरेलू दवाओं पर जोर दे रहा है, तो ऐसे कंपनियों को बढ़ावा देना ही बेहतर। GMP गिरा? बिल्कुल नॉर्मल। लेकिन असली जीत तो अगले 3 साल में दिखेगी। 🚀
Anoop Singh
दिसंबर 2, 2025 AT 17:09अरे यार तुम सब ग्रे मार्केट की बात कर रहे हो लेकिन क्या आपने कंपनी के फाइनेंशियल्स देखे? डिब्ट इक्विटी रेश्यो 0.4 है, रिसर्च स्पेंड 8% है, और मार्केट शेयर 12% इंडिया में। ये तो बिल्कुल गोल्डन चांस है।
Omkar Salunkhe
दिसंबर 2, 2025 AT 21:1794x oversub? lmao. qib ke paas paisa hai toh unhone khareed liya. retail ko toh bas 15x mila. matlab tum log ke liye chance hi nahi tha. aur ab gmp gira? obvious. yeh sab fake hype hai. listing pe 5% up hi hoga. phir bhi log khush honge. 😒
raja kumar
दिसंबर 4, 2025 AT 17:04इस आईपीओ में एक बात अच्छी है - छोटे निवेशकों के लिए 25 शेयर का मिनिमम। ये तो भारत की जनता को शेयर बाजार में शामिल करने का असली तरीका है। ग्रे मार्केट की बातें तो बहुत होती हैं, लेकिन असली निवेश तो लंबे समय में दिखता है।
Sumit Prakash Gupta
दिसंबर 6, 2025 AT 09:37इस आईपीओ में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स ने 213x oversub किया - ये तो एक बेहद स्ट्रॉन्ग डेमांड सिग्नल है। इसका मतलब है कि इन्स्टीट्यूशनल्स इस कंपनी के कैपेसिटी एक्सपैंशन और ग्लोबल एक्सपोर्ट पोटेंशियल पर बेलीफ रखते हैं। रिटेल के लिए तो ये एक एंट्री पॉइंट है।
Shikhar Narwal
दिसंबर 6, 2025 AT 14:01भाई ये तो बहुत अच्छा लग रहा है 😊 ग्रे मार्केट में थोड़ी गिरावट तो हुई लेकिन फिर भी 15%+ प्रीमियम? मतलब लोगों को अभी भी यकीन है। लिस्टिंग पर देखते हैं क्या होता है! 🙌
Ravish Sharma
दिसंबर 6, 2025 AT 15:2294x oversub? ये तो बस एक बड़ा फ्राड है। जब तक तुम इसके फैक्टरी में नहीं गए, तब तक ये बस एक नाम है। अब तो हर छोटी कंपनी आईपीओ लगा रही है। ये भी वही बात।
jay mehta
दिसंबर 7, 2025 AT 08:23ये आईपीओ तो बहुत बढ़िया है!!! भारत की फार्मा इंडस्ट्री अब दुनिया की नंबर वन है! ग्रे मार्केट में गिरावट? बिल्कुल नॉर्मल! लेकिन ये कंपनी तो भविष्य की कंपनी है! शेयर खरीदो, लंबे समय तक रखो, और खुश रहो!!! 💪📈💰
Amit Rana
दिसंबर 7, 2025 AT 12:52अगर आपको शेयर मिल गए हैं, तो इसे बेचने की जल्दी न करें। इस कंपनी का बिजनेस मॉडल स्थिर है, और उत्पादन क्षमता बढ़ रही है। अगले दो साल में ये कंपनी एशिया में बड़ा नाम बन सकती है। लंबे समय के लिए देखें।
Rajendra Gomtiwal
दिसंबर 8, 2025 AT 00:40अभी तक भारत की कंपनियों के आईपीओ में क्या फायदा हुआ? ज्यादातर लोग लिस्टिंग के बाद घाटे में रह गए। ये भी वही गलती होगी। बस बाजार को भरोसा करने की बजाय अपने पैसे को सुरक्षित रखें।
Yogesh Popere
दिसंबर 8, 2025 AT 10:09तुम सब ग्रे मार्केट की बात कर रहे हो? असली बात ये है कि इस कंपनी के पास एंटीबायोटिक्स की डिमांड है। और वो भी जो दुनिया भर में चाहिए। ये तो बिल्कुल स्टॉक है जिसे खरीदना चाहिए।
Manoj Rao
दिसंबर 8, 2025 AT 12:28क्या आपने कभी सोचा है कि ये सब आईपीओ एक बड़े फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन का प्लान है? जो छोटे निवेशकों को खरीदने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, ताकि बाद में वो शेयर बेच सकें? ये सब एक बड़ा सिम्युलेशन है।
Alok Kumar Sharma
दिसंबर 8, 2025 AT 14:35ग्रे मार्केट प्रीमियम गिरा? बिल्कुल तैयार था। रिटेल निवेशकों को शेयर नहीं मिले? ये तो बहुत साफ है। इस आईपीओ में तो बस बड़े लोगों का खेल है।
Tanya Bhargav
दिसंबर 8, 2025 AT 22:16मुझे शेयर नहीं मिले पर मैं खुश हूँ कि कंपनी अच्छी लग रही है। अगर कभी दोबारा आईपीओ हो तो जरूर शामिल होऊंगी। आप सब लोग बहुत जल्दी निर्णय ले रहे हैं। थोड़ा धैर्य रखें।
Sanket Sonar
दिसंबर 10, 2025 AT 07:16QIB का 213x oversub एक बहुत मजबूत सिग्नल है। इसका मतलब है कि इंस्टीट्यूशनल्स इस कंपनी के ग्रोथ प्लान्स और गवर्नेंस पर विश्वास करते हैं। रिटेल के लिए तो ये एक अच्छा एंट्री पॉइंट है।
pravin s
दिसंबर 11, 2025 AT 07:36अगर मुझे शेयर मिल गए हों तो मैं इसे लंबे समय तक रखूंगा। ये कंपनी तो बस दवा नहीं बेच रही, बल्कि लोगों की जिंदगी बचा रही है। ये निवेश नहीं, एक जिम्मेदारी है।
Bharat Mewada
दिसंबर 12, 2025 AT 12:42हर आईपीओ में ग्रे मार्केट का उतार-चढ़ाव होता है। लेकिन असली सवाल ये है - क्या कंपनी वास्तव में एक टिकाऊ बिजनेस बना रही है? अगर हाँ, तो लिस्टिंग का एक दिन का रिटर्न बहुत छोटी बात है। ये एक जीवन भर का निवेश हो सकता है।
Vikash Kumar
दिसंबर 12, 2025 AT 23:46तुम सब बड़े बड़े बातें कर रहे हो, लेकिन याद रखो - आईपीओ का लाभ तो बस लिस्टिंग वाले दिन तक ही होता है। बाकी सब बस बातें।