हरियाणा नगर निकाय चुनाव 2022: तारीखों का ऐलान, मतदान 19 जून को
मार्च, 13 2025
हरियाणा राज्य चुनाव आयोग ने 23 मई 2022 को नगर निकाय चुनावों की तारीखों की घोषणा की है। इस बार हरियाणा के 46 नगर निकायों में 19 जून को मतदान होगा, और मतों की गिनती 22 जून को होगी। इस चुनाव प्रक्रिया का आयोजन सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक किया जाएगा और इसके लिए मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट का सख्ती से पालन किया जाएगा, जो घोषणा के तत्काल बाद प्रभावी हो गया है।
अदालत का हस्तक्षेप और पुरानी आरक्षण नीति
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार द्वारा पिछड़ा वर्ग (बीसी) श्रेणी के आरक्षण में हालिया संशोधन को निरस्त करते हुए, 18 मई 2022 को चुनावों की अनुमति दी। यह निर्णय चुनावों के दौरान पुरानी आरक्षण नीति की निरंतरता सुनिश्चित करेगा।
इस घोषणा के अनुसार, कुछ प्रमुख तिथियों में शामिल हैं:
- नामांकन नोटिस जारी: 24 मई
- नामांकन दाखिल करने की अवधि: 30 मई से 4 जून
- नामांकनों की जाँच: 4 जून
- प्रतीकों का आवंटन: 7 जून
- आवश्यकता पर पुनः मतदान: 21 जून
इस चुनाव में शामिल निकायों में नगर निगमों, परिषदों और समितियों का समावेश होगा। हाईकोर्ट के निर्णय के चलते, पुरानी आरक्षण नीति के अंतर्गत चुनाव होंगे।
चुनाव आयोग ने सुनिश्चित किया है कि पूरे चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे। उम्मीद है कि इस बार चुनाव में सारी व्यवस्था सही तरीके से संचालित होगी।
Karan Kundra
मार्च 14, 2025 AT 16:3519 जून को मतदान हो रहा है? बस इतना ही बताओ कि क्या ये सब चुनाव असल में किसी के जीवन को बदल रहे हैं? या फिर सिर्फ नेताओं के लिए एक बड़ा नाटक है?
Vinay Vadgama
मार्च 15, 2025 AT 01:30चुनाव आयोग के द्वारा निर्धारित समय सीमा और मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट का पालन एक स्वस्थ लोकतांत्रिक प्रक्रिया का आधार है। यह निर्णय निश्चित रूप से शहरी स्तर पर जवाबदेही को बढ़ाएगा।
Pushkar Goswamy
मार्च 16, 2025 AT 12:02पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने पुरानी आरक्षण नीति को बरकरार रख दिया, ये बहुत अच्छी बात है। अब लोगों को ये समझना होगा कि जाति के नाम पर बहुत कुछ नहीं मिलता, बल्कि योग्यता और मेहनत से ही आगे बढ़ना होता है।
Abhinav Dang
मार्च 17, 2025 AT 11:00नामांकन 30 मई से 4 जून तक है, लेकिन ज्यादातर लोग अभी तक नहीं जानते कि ये चुनाव किसके लिए हैं। नगर निगमों में स्वच्छता, पानी, बिजली का मुद्दा है, न कि नेताओं के नाम। लेकिन फिर भी, जो जागरूक हैं, वो जरूर वोट देंगे।
krishna poudel
मार्च 17, 2025 AT 18:25ये सब चुनाव तो पहले भी हुए हैं, अब तक किसी ने कुछ बदला नहीं। बस एक बार फिर नेता अपने नाम के साथ बड़े-बड़े घोषणापत्र लेकर आएंगे, और फिर एक साल बाद सब भूल जाएंगे। ये चक्र तो अब तक चल रहा है।
Anila Kathi
मार्च 17, 2025 AT 22:13आरक्षण नीति बरकरार रखना बहुत जरूरी है, लेकिन क्या ये बस एक राजनीतिक चाल है? 🤔 अगर असली समानता चाहिए तो आरक्षण के साथ शिक्षा और रोजगार के अवसरों को भी बढ़ाना होगा।
vasanth kumar
मार्च 17, 2025 AT 22:16हरियाणा में नगर निकायों के चुनाव हो रहे हैं, लेकिन लोग अभी भी सोच रहे हैं कि ये चुनाव उनके लिए क्या बदलाव लाएंगे। मैं तो बस इतना चाहता हूँ कि कोई भी चुनाव जानबूझकर बाहर रख दिया जाए, बिना किसी दबाव के।
Andalib Ansari
मार्च 18, 2025 AT 10:02चुनाव का अर्थ सिर्फ वोट डालना नहीं है। ये एक ऐसा प्रक्रिया है जिसमें हम अपनी समाज की दिशा तय करते हैं। अगर हम अपने नगर के विकास को लेकर जागरूक होंगे, तो ये चुनाव हमारे लिए एक नया आधार बन सकता है।
Pooja Shree.k
मार्च 19, 2025 AT 19:05मतदान 19 जून को है, और गिनती 22 जून को होगी... और फिर? फिर क्या होगा? क्या कोई नेता आएगा और बताएगा कि अब क्या करना है? ये सब तो बस एक चक्र है...
Vasudev Singh
मार्च 20, 2025 AT 08:58देखिए, ये चुनाव बस एक निर्णय नहीं है, बल्कि एक अवसर है कि हम अपने शहर के लिए ऐसे लोग चुनें जो वास्तव में काम करने को तैयार हों। न कि वो जो सिर्फ नाम लिखकर चले जाएँ। आरक्षण का मुद्दा तो बहुत पुराना है, लेकिन अगर हम इसे सही तरीके से लागू करें, तो ये न्याय का एक बड़ा कदम हो सकता है। नामांकन की अवधि लंबी है, इसलिए लोगों को इसका फायदा उठाना चाहिए, अपने विचारों को बांटना चाहिए, अपने नेताओं के बारे में सवाल पूछना चाहिए, और अगर कोई उम्मीदवार अपने कार्यक्रम को स्पष्ट नहीं कर रहा, तो उसे नहीं चुनना चाहिए। ये चुनाव हमारे भविष्य के लिए है, न कि बस एक दिन का नाटक।
Amar Khan
मार्च 22, 2025 AT 00:5819 जून को मतदान होगा... और फिर भी कोई नहीं जानता कि ये चुनाव किसके लिए है। बस एक बार फिर बड़े लोग अपने नाम के साथ टीवी पर आएंगे, और हम सब फिर से भूल जाएंगे कि ये सब क्यों हुआ।
Roopa Shankar
मार्च 23, 2025 AT 12:42हाईकोर्ट के निर्णय का समर्थन करती हूँ। आरक्षण नीति को बरकरार रखना न्याय की जरूरत है। लेकिन इसके साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में भी सुधार करना होगा, नहीं तो ये सिर्फ एक नियम बन जाएगा, जिसका कोई असर नहीं होगा।
shivesh mankar
मार्च 24, 2025 AT 08:19अगर हम सब अपने नगर के लिए जिम्मेदारी लें, तो ये चुनाव बस एक नाम का बदलाव नहीं, बल्कि एक असली बदलाव ला सकता है। बस एक बार जागो, जानकारी लो, और वोट दो।
avi Abutbul
मार्च 25, 2025 AT 13:23मतदान 19 जून को है। जानकारी दो, वोट दो।