दलीप ट्रॉफी में धीमी बल्लेबाजी पर फैंस ने की केएल राहुल की आलोचना
सित॰, 8 2024
दलीप ट्रॉफी में भारत ए और भारत बी के बीच खेले जा रहे मैच के दौरान केएल राहुल एक बार फिर आलोचकों के निशाने पर आ गए। मैच के दूसरे दिन की समाप्ति पर भारत ए की टीम का स्कोर 162/4 था और केएल राहुल और शिवम दुबे क्रीज पर मौजूद थे। लेकिन राहुल की धीमी बल्लेबाजी ने फैंस को निराश किया। 111 गेंदों पर सिर्फ 37 रन बनाकर आउट होने वाले राहुल ने 4 चौके लगाए थे, लेकिन यह प्रयास फैंस की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा।
पिछले कुछ समय से केएल राहुल की फॉर्म को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि राहुल का यह प्रदर्शन राष्ट्रीय टीम में उनकी जगह को खतरे में डाल सकता है। राहुल की इस धीमी पारी ने सिर्फ फैंस को ही नहीं बल्कि चयनकर्ताओं को भी सोचने पर मजबूर किया है। हाल ही में सोशल मीडिया पर भी राहुल की इस पारी को लेकर खूब चर्चाएं हो रही हैं। फैंस ने उनके प्रदर्शन को 'निराशाजनक' और 'उदासीन' बताया।
दलीप ट्रॉफी जैसे प्रतियोगिता में जहां हर रन की अहमियत होती है, राहुल का यह प्रदर्शन उनके लिए घातक साबित हो सकता है। कई क्रिकेट विश्लेषकों ने भी राहुल के बल्लेबाजी को नीरस कहा और उनके खेलने के तरीके पर सवाल उठाए। जिस समय भारत बी के मुस्वीर खान ने शतकीय पारी खेली और नवदीप सैनी के साथ महत्वपूर्ण साझेदारी की, उस समय राहुल की धीमी बल्लेबाजी का टीम के प्रदर्शन पर नकारात्मक असर पड़ा।
यह मैच भारतीय क्रिकेट के लिए महत्वपूर्ण था क्योंकि इसमें खिलाड़ियों को प्रदर्शन के आधार पर राष्ट्रीय टीम में चयनित होने का मौका मिलता है। ऐसे में राहुल जैसे वरिष्ठ खिलाड़ी से उम्मीद की जा रही थी कि वह जिम्मेदारी से खेलेंगे और टीम को मजबूत स्थिति में लाएंगे। लेकिन उनके धीमे स्ट्राइक रेट ने न केवल फैंस को निराश किया बल्कि चयनकर्ताओं के मन में भी संदेह के बीज बो दिए।
केएल राहुल का करियर अभी तक उतार-चढ़ाव से भरा हुआ है। उन्होंने कई मौकों पर शानदार प्रदर्शन किया है लेकिन हाल के समय में उनकी रन बनाने की रफ्तार और कॉन्सिस्टेंसी पर सवाल उठे हैं। इस प्रदर्शन से पहले भी कुछ मुकाबलों में राहुल ने धीमी बल्लेबाजी की है, जो टीम की हार का एक महत्वपूर्ण कारण बनी। इस बार भी उनकी इस धीमी पारी ने टीम को मुश्किल में डाल दिया क्योंकि भारत ए को इस मुकाबले में भारत बी से 159 रन पीछे है।
दलीप ट्रॉफी का यह मुकाबला सिर्फ एक मैच नहीं बल्कि राहुल के करियर के लिए एक और महत्वपूर्ण माइलस्टोन के रूप में देखा जा रहा था। ऐसे में उनका यह प्रदर्शन निराशाजनक था। राहुल को अपनी बल्लेबाजी में आक्रामकता लानी होगी और फैंस के विश्वास को जीतने के लिए एक बार फिर से अपने स्ट्राइक रेट पर काम करना होगा।
आने वाले समय में देखने वाली बात होगी कि चयनकर्ता इस प्रदर्शन को किस नजरिए से देखते हैं। क्या राहुल को राष्ट्रीय टीम में स्थान मिलेगा या नहीं, ये उनके अगले कुछ मैचों के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा। लेकिन फैंस का विश्वास जीतने के लिए राहुल को अब अपने खेल में बदलाव लाना होगा और मैदान में खुद को साबित करना होगा।
वर्तमान समय में जहां हर रन और हर खिलाड़ी का योगदान टीम की जीत में अहम होता है, वहां केएल राहुल जैसे सीनियर खिलाड़ी के इस तरह के प्रदर्शन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। क्रिकेट एक ऐसा खेल है जहां एक खिलाड़ी का प्रदर्शन पूरे टीम के नतीजे पर असर डालता है। और केएल राहुल की यह धीमी पारी पूरे मैच के परिणाम पर भी असर डाल सकती है।
फैंस ने सोशल मीडिया पर खुलकर राहुल की आलोचना की और उनकी धीमी बल्लेबाजी को लेकर मीम्स भी बनाए। कुछ फैंस ने कहा कि राहुल को अपने खेल के प्रति और ज्यादा सीरियस होने की जरूरत है और मौकों का सही लाभ उठाना चाहिए। जबकि कुछ फैंस ने राहुल की मैच स्ट्रैटजी पर भी सवाल उठाया, उन्होंने उनके खेल को पुरस्कारक बताया और कहा कि उन्हें अपने खेल में और निरंतरता लानी होगी।
अब यह देखना रोमाचंक होगा कि केएल राहुल आने वाले मैचों में कैसे प्रदर्शन करते हैं। क्या वह फैंस की उम्मीदों पर खरा उतरते हैं या इस धीमे प्रदर्शन का असर उनके करियर पर पड़ता है, यह तो आने वाला समय ही बताएगा। लेकिन एक बात तय है कि क्रिकेट प्रेमियों को उनसे और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
दलीप ट्रॉफी जैसे मैच खिलाड़ियों को नेशनल टीम में जगह बनाने का बड़ा अवसर देते हैं और इस तरह के मौकों पर प्रदर्शन के आधार पर ही उनका भविष्य तय होता है। केएल राहुल को अब फोकस होकर खेलना होगा और यह साबित करना होगा कि वह अभी भी राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह पाने के योग्य हैं।
suraj rangankar
सितंबर 9, 2024 AT 09:37भाई ये राहुल की बल्लेबाजी देखकर लगता है, वो बैट लेकर टेस्ट मैच खेल रहे हैं, जबकि ये दलीप ट्रॉफी है! यहाँ रन रेट बढ़ाना है, न कि बैट को फ्रेम में लगाकर एक्सहिबिशन देना! जल्दी से अपना स्ट्राइक रेट जिंदा करो, वरना अगला मैच भी बैंक हो जाएगा!
Nadeem Ahmad
सितंबर 11, 2024 AT 01:22मुझे तो लगता है राहुल बस अपने आप को संभाल रहे हैं। अगर टीम के लिए रन बनाना है तो धीमे खेलना भी चलता है। लेकिन फैंस की बात समझ में आती है - जब दूसरे बल्लेबाज 100+ रन बना रहे हैं, तो 37 रन 111 गेंदों में... अच्छा नहीं लगता।
Aravinda Arkaje
सितंबर 11, 2024 AT 15:39सुनो, राहुल को बस एक बार फिर से अपने आप पर भरोसा करना होगा। उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में कितने बड़े शतक लगाए हैं? एक मैच की धीमी पारी से करियर खत्म नहीं होता। लेकिन अब जरूरत है - आक्रामकता, आत्मविश्वास, और टीम के लिए खेलने का जज्बा। ये बस एक ब्रेक पॉइंट है, न कि अंत। अगर वो अपनी बल्लेबाजी में जान डाल दें, तो आगे के मैच में देखो वो फिर से बाजू लगाते हैं।
kunal Dutta
सितंबर 13, 2024 AT 11:46राहुल का स्ट्राइक रेट 33.33 था - जो टेस्ट क्रिकेट के लिए भी बहुत कम है, लेकिन दलीप ट्रॉफी में? ये तो ऑलराउंडर के लिए भी अनुचित है। उनके गेंदबाजी के खिलाफ रन बनाने का तरीका भी बहुत पुराना है - बैकफुट ड्राइव और लेग लुक के बाहर कोई स्ट्रैटेजी नहीं। उन्हें अपने डिस्टेंस और टाइमिंग को रिकैलिब्रेट करना होगा। वरना चयनकर्ता उन्हें बाहर रख देंगे।
Yogita Bhat
सितंबर 14, 2024 AT 01:09क्या ये राहुल का अंतिम नाटक है? या फिर वो जानबूझकर धीमे खेल रहे हैं ताकि किसी और को मौका मिले? बस एक सवाल - क्या ये भारत के लिए एक फिल्टर है? कौन असली खिलाड़ी है और कौन सिर्फ टाइटल होल्डर? 😏
Tanya Srivastava
सितंबर 15, 2024 AT 03:57राहुल ने तो बस अपना बैट लगाया और बैठ गए... ये खेल है या बैठक? 😂 अगर ये धीमी बल्लेबाजी चलती है तो मैं अगले मैच में टीवी पर नाश्ता खाते खाते देखूंगा! और फिर भी लोग कहते हैं 'अच्छा खिलाड़ी है' - बस अच्छा नहीं, बहुत अच्छा है... जब वो रन बनाते हैं! 🤦♀️
Ankur Mittal
सितंबर 15, 2024 AT 07:50राहुल की पारी टीम के लिए नुकसानदेह थी। लेकिन फैंस का गुस्सा बहुत ज्यादा है। एक बार फिर से उन्हें मौका दो।
Diksha Sharma
सितंबर 15, 2024 AT 17:02ये सब चयनकर्तों की साजिश है! राहुल को बाहर करने के लिए उन्होंने इस मैच में उनकी पारी को जानबूझकर धीमा कर दिया! देखो अगले मैच में भी ऐसा ही होगा... फिर उनकी जगह नई जवानी ले लेगी! अब तक तो राहुल ने देश के लिए कुछ भी नहीं किया... बस फैंस को धोखा दिया! 🕵️♀️
Aravinda Arkaje
सितंबर 16, 2024 AT 03:37अंकुर का कमेंट बिल्कुल सही है। लेकिन एक बात और - जब तक राहुल खुद को नहीं सुधारेंगे, तब तक कोई भी उनकी बात नहीं सुनेगा। ये टीम का मुद्दा नहीं, ये उनका अंदरूनी संघर्ष है। उन्हें अपने आप से लड़ना होगा।