यूरोपा लीग: जोसे मोरिन्हो को भेजा गया बाहर, फेनर्बाहचे और मैनचेस्टर यूनाइटेड के बीच 1-1 से ड्रॉ
अक्तू॰, 26 2024यूरोपा लीग में रोमांचक मुकाबला: मोरिन्हो के दिन खत्म, गेम जारी
यूरोपा लीग के इस रोमांचक मुकाबले में फेनर्बाहचे और मैनचेस्टर यूनाइटेड के बीच खेले गए मैच में कई अनपेक्षित घटनाएं सामने आईं। मैनचेस्टर यूनाइटेड की टीम को उनके पुराने मैनेजर जोसे मोरिन्हो की फेनर्बाहचे टीम ने 1-1 से निराशाजनक ड्रॉ पर रोका। इस मुकाबले ने फुटबॉल प्रेमियों के दिलों में उत्साह और उत्सुकता भर दी।
मैच की शुरुआत में ही मैनचेस्टर यूनाइटेड के खिलाड़ी क्रिस्टियन एरिक्सन ने दमदार प्रदर्शन किया। 15वें मिनट में उन्होंने जोशुआ जिर्कज़े के चतुराई भरे पास के बाद एक जोरदार शॉट दागकर अपनी टीम को आगे बढ़ाया। इस शुरुआती गोल ने मैनचेस्टर यूनाइटेड के प्रशंसकों को उम्मीद की किरण दी। हालांकि, फेनर्बाहचे की टीम ने मैच को इतना आसान नहीं होने दिया। हाफ टाइम के तुरंत बाद, यूसुफ एन-नेसरी ने एलन सेंट-मैक्सिमिन के उत्कृष्ट क्रॉस को हेडर की मदद से गोल में तब्दील कर स्कोर को बराबरी पर ला दिया।
जोसे मोरिन्हो का पीला और लाल दिन
मैच के दौरान जोसे मोरिन्हो की टीम को कुछ अनपेक्षित समस्याओं का सामना करना पड़ा। 60वें मिनट में मोरिन्हो को रेफरी क्लेमेंट टर्पिन के साथ एक विवादास्पद में बहस के बाद बाहर भेज दिया गया। यह घटना तब हुई जब मोरिन्हो ने एक संदिग्ध पेनल्टी की मांग की और इसे खारिज करने पर भड़क गए। रेड कार्ड मिलने के बाद, फेनर्बाहचे को अपने मैनेजर के बिना खेलना पड़ा लेकिन उन्होंने यूंही हार नहीं मानी और मैच में धैर्य और क्षमता का परिचय दिया।
यूनाइटेड की समस्या और आगे का रास्ता
मैनचेस्टर यूनाइटेड के लिए यह मैच उनके यूरोपा लीग अभियान के लिए एक और महत्वपूर्ण बाधा साबित हुई। उनकी मौजूदा स्थिति ऐसी है कि उन्होंने अब तक तीन मैचों से सिर्फ तीन अंक ही जुटाए हैं। इससे पहले उन्होंने एफसी ट्वेंटे और पोर्टो जैसी टीमों के साथ ड्रॉ खेला। आशाओं के विपरीत, पिछले साल कोपनहेगन के खिलाफ उनकी एकमात्र यूरोपीय जीत भी अब फीकी पड़ती जा रही है। इस मैच में भी, यूनाइटेड को विंगर एंटनी के चोटिल होने की चिंता का सामना करना पड़ा।
एंटनी को खेल के अंतिम क्षणों में स्ट्रेचर पर ले जाया गया, जिससे क्लब की चोट की चिंता और बढ़ गई। ऐसे में टीम को जल्द ही अपने खिलाड़ी की फिटनेस की जानकारी प्राप्त करनी होगी और अपने खेल की रणनीतियों में बदलाव करना होगा।
फुटबॉल में धैर्य और दृढ़ता की कहानी
ऐसे समय में जब सब कुछ मुश्किल लग रहा था, फेनर्बाहचे की टीम ने जोसे मोरिन्हो के नेतृत्व में अपनी प्रतिभा और धैर्य का परिचय दिया। अपने मैनेजर के बाहर जाने के बावजूद, टीम ने एक कठिन मुकाबले में मैनचेस्टर यूनाइटेड को आगे बढ़ने से रोका। मैच के बाद, मोरिन्हो ने अपनी टीम की प्रशंसा की और कहा, "मेरे लड़कों ने अद्भुत खेला। हम एक श्रेष्ठ टीम का सामना कर रहे थे, लेकिन हमारे प्रदर्शन ने असाधारणता को छू लिया, विशेषकर तब जब हमें अपनी रक्षा में बदलाव करने पड़े थे। मैं उनसे और कुछ नहीं मांग सकता था।"
फेनर्बाहचे अब तक ग्रुप में अपराजित बनी हुई है, और उनके पास लीग में तीन मैचों से पांच अंक हैं। मैनचेस्टर यूनाइटेड को अब अपने बाकी बचे हुए मैचों में शानदार प्रदर्शन करना होगा ताकि वह अपने यूरोपीय अभियान को बचा सके और प्रशंसकों को निराशा से बचा सके। इस तरह के मैच दर्शाते हैं कि कैसे कभी-कभी जुनून और धैर्य मिलकर खेल को एक अलग दिशा में मोड़ सकते हैं।