राहुल द्रविड़ और गौतम गंभीर के बीच तुलना: बीसीसीआई अध्यक्ष ने चुना सर्वश्रेष्ठ कोच

राहुल द्रविड़ और गौतम गंभीर के बीच तुलना: बीसीसीआई अध्यक्ष ने चुना सर्वश्रेष्ठ कोच जून, 30 2024

राहुल द्रविड़ की कोचिंग में भारतीय टीम की सफलता

बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने हाल ही में भारतीय टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ की खूब प्रशंसा की है। द्रविड़ ने भारतीय टीम को आईसीसी टी20 विश्व कप 2024 जीतने में मदद की, जो टीम के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। उनकी कोचिंग के दौरान, भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और अंशकालिक बदलावों का सामना किया।

राहुल द्रविड़ ने कोच के पद से इस्तीफा दे दिया है, उन्होंने दो कार्यकालों के बाद यह निर्णय लिया। द्रविड़ का भारत के कोच के रूप में कार्यकाल नवंबर 2021 में शुरू हुआ था, जब भारतीय टीम ने आईसीसी टी20 विश्व कप 2021 में खराब प्रदर्शन किया था। उनकी कोचिंग के तहत, भारतीय टीम ने 2013 के बाद से एक बहुप्रतीक्षित आईसीसी खिताब जीता और यह एक महत्वपूर्ण क्षण था।

बीसीसीआई अध्यक्ष बिन्नी ने कहा कि द्रविड़ एक शानदार कोच हैं और उन्होंने भारतीय टीम को बेहतरीन समर्थन दिया है। द्रविड़ के कार्यकाल में भारतीय टीम ने न केवल अपने खेल में सुधार किया, बल्कि उन्होंने खिलाड़ियों के मानसिक और शारीरिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

गौतम गंभीर के अनुभव और संभावित कोच की भूमिका

रोजर बिन्नी ने गौतम गंभीर को नए हेड कोच के रूप में चुनने की संभावना पर भी टिप्पणी की। गंभीर एक अनुभवी खिलाड़ी हैं और भारतीय टीम को उनकी बहुत आवश्यकता है। उनके पास कोचिंग के साथ-साथ नेतृत्व करने का भी अनुभव है, जो उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ आईपीएल 2024 में साबित किया है।

गंभीर ने कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ बतौर मेंटर और नेता काम किया और उनकी टीम को सफलता दिलाई। उन्होंने 2012 और 2014 में भी टीम को ट्रॉफी जिताई थी। गंभीर की वापसी के बाद, केकेआर ने एक बार फिर से खिताब जीता और टूर्नामेंट में सबसे प्रभावी टीम बन गई।

गंभीर की इस सफलता का अहम कारण उनकी कोचिंग और नेतृत्व की क्षमता है। बिन्नी का मानना है कि गंभीर भारतीय टीम के लिए एक प्रभावी कोच साबित हो सकते हैं।

रोहित शर्मा और विराट कोहली की पहनावा के बाद के चुनौती

रोहित शर्मा और विराट कोहली की पहनावा के बाद के चुनौती

रोजर बिन्नी ने यह भी उल्लेख किया कि रोहित शर्मा और विराट कोहली के टी20आई फॉर्मेट से संन्यास के बाद टीम के सामने चुनौतियाँ खड़ी होंगी। दोनों खिलाड़ियों ने टी20 विश्व कप जीतने के बाद इस निर्णय लिया है।

इन प्रमुख खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में, भारतीय टीम को नए प्रतिभाओं की खोज करनी होगी और उन्हें मौका देना होगा। यह एक कठिन यात्रा हो सकती है, लेकिन बिन्नी को विश्वास है कि राहुल द्रविड़ और गौतम गंभीर जैसे अनुभवी कोच इस चुनौती को पार कर सकते हैं।

नए खिलाड़ियों को मार्गदर्शन देने और उनके खेल को सुधारने में इन कोचों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। यह समय भारतीय क्रिकेट के लिए एक नया अध्याय शुरू करने का हो सकता है, और इस बदलाव के दौरान भारतीय टीम को एक मजबूत नेतृत्व की आवश्यकता होगी।

कोचिंग में बदलाव और भविष्य की रणनीति

राहुल द्रविड़ के प्रस्थान और गौतम गंभीर की संभावित नियुक्ति के साथ, भारतीय क्रिकेट टीम कोचिंग में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। यह बदलाव टीम की रणनीति और खेल शैली पर भी प्रभाव डाल सकता है।

द्रविड़ ने भारतीय टीम को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, और उनकी कोचिंग ने खिलाड़ियों को मानसिक रूप से मजबूत बनने में मदद की। उनके नेतृत्व में टीम ने मुश्किल परिस्थितियों में भी धैर्य बनाए रखा और महत्वपूर्ण मैच जीते।

गौतम गंभीर की कोचिंग का अनुभव आईपीएल में उनके सफल कार्यकाल से स्पष्ट है। उनके पास रणनीतिक सोच और टीम को प्रेरित करने की क्षमता है। यह देखते हुए, भारतीय टीम के लिए गंभीर एक उपयुक्त विकल्प साबित हो सकते हैं।

भारतीय क्रिकेट टीम का भविष्य कोचिंग में इन संभावित परिवर्तनों के साथ एक नया दिशा लेगा। बिन्नी का मानना है कि टीम को मजबूत नेतृत्व और अनुभव की आवश्यकता है, और वे ऐसे कोच की तलाश में हैं जो टीम को नये ऊँचाइयों पर पहुँचा सके।

निष्कर्ष

निष्कर्ष

राहुल द्रविड़ के नेतृत्व में भारतीय टीम ने आईसीसी टी20 विश्व कप 2024 जीता और उनके योगदान को बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने सराहा है। वहीं, गौतम गंभीर को नए हेड कोच के रूप में चुनने की संभावना भी चर्चा में है।

यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय क्रिकेट टीम किस दिशा में आगे बढ़ेगी और ये नए कोच कैसे टीम को तैयार करेंगे। क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह एक नया अध्याय होगा और सभी की निगाहें भारतीय टीम की आगामी यात्रा पर रहेंगी।

11 टिप्पणि

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    Akshat goyal

    जुलाई 2, 2024 AT 09:40
    गौतम गंभीर को नियुक्त कर दो। बस।
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    Diksha Sharma

    जुलाई 2, 2024 AT 09:59
    अरे ये सब बातें बकवास है... बीसीसीआई अध्यक्ष ने तो राहुल द्रविड़ को निकाला क्योंकि उन्होंने कोहली को टीम से बाहर करने की सलाह दी थी... ये सब राजनीति है भाई। कोहली ने जो किया वो उनकी लाइफ बचा ली थी और अब इन्होंने उन्हें बेवकूफ बना दिया।
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    ashi kapoor

    जुलाई 4, 2024 AT 04:22
    राहुल द्रविड़ तो एकदम बेहतरीन थे... लेकिन अब गौतम गंभीर का टाइम है। देखो ना आईपीएल में कैसे उन्होंने केकेआर को जीताया... वो बस बोलते ही खिलाड़ी जुनून से भर जाते हैं। और ये वो बात नहीं जो बीसीसीआई वाले बोल रहे... ये तो सिर्फ ट्रेंड के लिए ऐसा कर रहे हैं। बस एक नया बड़ा नाम चाहिए था ना? 😒
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    Yash Tiwari

    जुलाई 5, 2024 AT 16:56
    राहुल द्रविड़ के तहत टीम ने जो जीत दर्ज की वह केवल आंकड़ों का शोर है। वास्तविकता यह है कि भारतीय क्रिकेट टीम अब तक किसी भी बड़े टूर्नामेंट में अपनी आत्मा नहीं दिखा पाई। द्रविड़ की कोचिंग शैली बहुत संरचनात्मक थी, लेकिन उसमें जान का अभाव था। गौतम गंभीर के पास वही जान है जो आज के युवा खिलाड़ियों को चाहिए - वो खुद एक जुनूनी खिलाड़ी रहे हैं, जिन्होंने दबाव में भी बल्लेबाजी की थी। यह बदलाव अनिवार्य है।
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    Mansi Arora

    जुलाई 7, 2024 AT 07:35
    राहुल द्रविड़ को निकालना बहुत बड़ी गलती है... उन्होंने तो रोहित को भी बदला और विराट को भी थोड़ा शांत किया... अब जो आएगा वो तो बस बोलेगा 'बहुत अच्छा किया' और फिर घर चला जाएगा। इन लोगों को तो बस नाम चाहिए, नहीं तो टीम बनाना नहीं आता।
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    Amrit Moghariya

    जुलाई 8, 2024 AT 04:31
    देखो यार, राहुल द्रविड़ तो एक ऐसे आदमी हैं जो बच्चों को दूध पिलाने के लिए तैयार होते हैं... गौतम गंभीर तो उनको गालियाँ देने वाले हैं जो बिना बोले भी बता दें कि तू आज नहीं खेल सकता। दोनों अलग-अलग हैं... लेकिन अब टीम को गालियाँ चाहिए, न कि प्यार।
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    shubham gupta

    जुलाई 8, 2024 AT 07:44
    राहुल द्रविड़ के दौरान टीम का टेक्निकल स्तर बहुत बढ़ा। नए खिलाड़ियों को बेसिक्स पर जोर दिया गया। गौतम गंभीर की एक्सपीरियंस आईपीएल में बहुत अच्छी है, लेकिन इंटरनेशनल लेवल पर उनका कोचिंग अनुभव सीमित है। बीसीसीआई को एक बैलेंस्ड एप्रोच अपनाना चाहिए - द्रविड़ के सिद्धांतों को बनाए रखते हुए गंभीर की लीडरशिप को जोड़ना चाहिए।
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    Gajanan Prabhutendolkar

    जुलाई 9, 2024 AT 21:42
    ये सब बातें तो बस एक धोखा है। बीसीसीआई ने द्रविड़ को निकाला क्योंकि वो उनके लिए बहुत बड़े बॉस थे। अब गंभीर को डाल रहे हैं क्योंकि वो बिना बोले बिना आवाज़ लिए अपना काम करेंगे। ये सब एक बड़ा खेल है - जहां खिलाड़ियों के बारे में कुछ नहीं, बल्कि बॉसों के बारे में सब कुछ है।
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    Amit Mitra

    जुलाई 10, 2024 AT 14:47
    राहुल द्रविड़ के तहत टीम ने एक नई संस्कृति बनाई - जहां गलतियाँ सीखने का मौका थी, न कि दोष देने का। गौतम गंभीर के नेतृत्व में यह संस्कृति बदल सकती है। उनका अनुभव आईपीएल में अद्भुत है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टीम को नियंत्रित करने के लिए एक अलग दृष्टिकोण चाहिए। अगर बीसीसीआई द्रविड़ के तत्वों को गंभीर के नेतृत्व में समेट ले, तो भारतीय क्रिकेट के लिए यह एक अद्भुत भविष्य हो सकता है।
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    sneha arora

    जुलाई 12, 2024 AT 03:34
    राहुल द्रविड़ ने बहुत अच्छा किया ❤️ लेकिन अब गौतम गंभीर का टाइम है 💪 नए बच्चों को बहुत जल्दी जीतना है और वो उन्हें जोश दे सकते हैं 🙌 बस उन्हें मौका दो और देखो मजा आ जाएगा 🤩
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    anand verma

    जुलाई 12, 2024 AT 07:48
    राहुल द्रविड़ के कार्यकाल का आंकलन एक व्यापक दृष्टिकोण से किया जाना चाहिए। उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम को एक निरंतर विकास के मार्ग पर लाया, जहाँ खिलाड़ियों की व्यक्तिगत और टीम स्तरीय विकास पर बल दिया गया। गौतम गंभीर की नेतृत्व क्षमता और आईपीएल में उनकी सफलता असंदिग्ध है। तथापि, भारतीय क्रिकेट के लिए एक स्थायी और संरचित रणनीति के अंतर्गत दोनों के दृष्टिकोणों का समन्वय आवश्यक है। बीसीसीआई को एक ऐसे संरचनात्मक ढांचे की आवश्यकता है, जो अनुभव और ऊर्जा के बीच संतुलन बनाए रखे।

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