पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर ग्राहम थॉर्प का निधन: 55 साल की उम्र में क्रिकेट जगत ने खोया महान बल्लेबाज

पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर ग्राहम थॉर्प का निधन: 55 साल की उम्र में क्रिकेट जगत ने खोया महान बल्लेबाज अग॰, 5 2024

ग्राहम थॉर्प: इंग्लैंड के महान क्रिकेटर और कोच

ग्राहम थॉर्प, जो कि अंग्रेजी क्रिकेट के सुनहरे अध्यायों में से एक माने जाते थे, का निधन 55 वर्ष की उम्र में हो गया है। उनकी मृत्यु की खबर प्रोफेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन (पीसीए) ने जारी की। थॉर्प का नाम इंग्लैंड क्रिकेट के उन दुर्लभ खिलाड़ीयों में शुमार है जिन्होंने अपने बेटस्मैनशिप के बल पर विश्वभर में नाम कमाया।

थॉर्प का क्रिकेट करियर बेहद समृद्ध था। उन्होंने 1993 में अपना डेब्यू किया और देखते ही देखते 100 टेस्ट मैच और 82 वनडे मैच खेले। अपने करियर के दौरान उन्होंने 6744 टेस्ट रन बनाए जो कि उनके बल्लेबाजी के कौशल को दर्शाता है। वनडे में भी थॉर्प का प्रदर्शन शानदार रहा और उन्होंने 2380 रन बनाए।

कौशल और तकनीक में अद्वितीय

थॉर्प ने अपनी बल्लेबाजी की कुशलता से क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में जगह बना ली थी। उनका डिफेंसिव और अटैकिंग स्टाइल दोनों ही लाजवाब था जिससे वे हर फॉर्मैट में बेहतरीन प्रदर्शन कर सके। उनका फुटवर्क और टाइमिंग भी बेहतरीन था, जिससे वे किसी भी गेंदबाज के सामने कठिनाई से बाहर निकल आते थे।

थॉर्प सिर्फ बल्लेबाजी में ही नहीं, बल्कि फील्डिंग में भी माहिर माने जाते थे। उनकी कीपिंग और स्लिप फील्डिंग ने कई महत्वपूर्ण मौकों पर इंग्लैंड को मैच जिताए।

कोचिंग करियर में योगदान

थॉर्प खिलाड़ी के तौर पर तो बेमिसाल थे ही, आगे चलकर कोचिंग की दुनिया में भी उन्होंने खूब नाम कमाया। वे इंग्लैंड की राष्ट्रीय टीम के बल्लेबाजी कोच बने और अपने अनुभव और विशेषज्ञता से टीम को नई ऊंचाई पर पहुंचाया। उनके कोचिंग का असर युवा खिलाड़ियों पर साफ दिखता था, जो उनकी सिखाने की शैली से प्रेरित होते थे।

उनका कोचिंग स्टाइल काफी सजग और तकनीकी था, जिसके माध्यम से उन्होंने कई नए टैलेंट को निखारा। उनके मार्गदर्शन में इंग्लैंड टीम ने कई महत्वपूर्ण मैच जीते और उभरते खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा को निखारने का मौका मिला।

क्रिकेट कम्युनिटी में शोक

ग्राहम थॉर्प के निधन की खबर सुनते ही क्रिकेट जगत में शोक का माहौल है। उनके साथ खेले गए कई खिलाड़ीयों ने रिश्तों और अनुभवों को साझा करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। क्रिकेट प्रेमी और प्रशंसक सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर उनके लिए अपनी संवेदनाएँ प्रकट कर रहे हैं। यह समर्पण और उनकी मेहनत का फल है कि आज भी थॉर्प का नाम हर क्रिकेट प्रेमी की जुबान पर है।

उनकी मृत्यु से क्रिकेट जगत में एक खालीपन सा आ गया है। उनके जाने से न केवल इंग्लैंड क्रिकेट बल्कि पूरी क्रिकेट फ्रेटरनिटी को एक बहुत बड़ा नुकसान हुआ है।

एक अद्वीतीय क्रिकेटर की विदाई

एक अद्वीतीय क्रिकेटर की विदाई

ग्राहम थॉर्प की यादें और उनकी क्रिकेट की उपलब्धियां सदा सर्वदा स्मरणीय रहेंगी। वे अपने प्रदर्शन और समर्पण से लाखों लोगों के दिलों में एक स्थान बना चुके हैं। उनकी कमी को कभी पूरी नहीं की जा सकेगी, लेकिन उनके छोड़े गए विरासत को हमेशा याद रखा जाएगा। क्रिकेट की इस महान आत्मा को हमारा विनम्र नमन।

क्रिकेट फैंस के दिलों में थॉर्प की एक विशेष जगह है, और वे हमेशा उनकी यादों में जीवित रहेंगे।

10 टिप्पणि

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    Vitthal Sharma

    अगस्त 7, 2024 AT 00:21
    थॉर्प का डिफेंस देखकर लगता था जैसे बल्ला उसका एक्सटेंशन हो।
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    Monika Chrząstek

    अगस्त 7, 2024 AT 14:52
    मैंने उनका एक मैच टीवी पर देखा था... बहुत शांत लग रहे थे, पर बल्ला चलाने में जबरदस्त ताकत थी। उनकी आवाज़ भी बहुत शांत होती थी, जैसे कोई गुरु बोल रहा हो। 😊
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    Sutirtha Bagchi

    अगस्त 8, 2024 AT 23:56
    अरे यार ये लोग तो सब उनकी याद में रो रहे हैं पर क्या इंग्लैंड ने कभी उनकी टीम में एक अच्छा कोच नहीं बनाया? 😒
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    Abhishek Deshpande

    अगस्त 9, 2024 AT 16:11
    उनकी बल्लेबाजी की तकनीक... जिसमें फुटवर्क, टाइमिंग, बॉडी-पोजिशन, बैक-लूप, फ्रंट-फुट डिफेंस, और रिवर्स-स्विंग के खिलाफ एडजस्टमेंट... ये सब एक लाइफटाइम लर्निंग है।
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    vikram yadav

    अगस्त 9, 2024 AT 21:12
    भारत में भी तो ऐसे खिलाड़ी होते हैं, पर उनकी तरह कोचिंग तक नहीं पहुंचते। थॉर्प ने बस खेल नहीं, बल्कि उसकी आत्मा को समझा।
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    Rosy Forte

    अगस्त 11, 2024 AT 11:14
    क्या आपने कभी सोचा है कि थॉर्प का वो शांत स्वभाव... एक अंग्रेजी वर्णमाला की शिक्षा का परिणाम था? वो अपने भावों को नियंत्रित करने के लिए लैटिन फिलॉसफी का अभ्यास करते थे। ये नहीं कि वो बस एक बल्लेबाज थे... वो एक सांस्कृतिक संक्रमण थे।
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    Yogesh Dhakne

    अगस्त 13, 2024 AT 04:44
    मैंने उन्हें 2005 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते देखा था... वो बस बैठे रहते थे, जैसे कोई नदी का बहाव देख रहा हो। और फिर एक गेंद पर... बांग लग जाती थी। शानदार। 😌
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    kuldeep pandey

    अगस्त 13, 2024 AT 15:43
    अरे ये सब यादें तो बस एक अच्छे बल्लेबाज की याद दिलाने के लिए हैं... पर क्या उन्होंने कभी एक बच्चे को बल्ला दिया था? या सिर्फ अपनी फोटो और रन का इतिहास बनाया?
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    chandra aja

    अगस्त 13, 2024 AT 23:12
    सुना है न कि उनकी मृत्यु एक गुप्त टेस्ट ड्रग टेस्ट के कारण हुई? वो इंग्लैंड के लिए जो रन बनाए... उनमें से 30% फार्मेसी से आया था।
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    Tamanna Tanni

    अगस्त 15, 2024 AT 22:32
    थॉर्प की बल्लेबाजी ने मुझे बताया कि शांति भी जीत सकती है। 🌿

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