LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया IPO 54.02 गुना सब्सक्राइब, अलॉटमेंट लाइव अपडेट

LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया IPO 54.02 गुना सब्सक्राइब, अलॉटमेंट लाइव अपडेट अक्तू॰, 11 2025

जब LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने 10 अक्टूबर 2025 को अपना शेयर आवंटन अंतिम रूप दिया, तो बाजार में धूम मचा दी – केवल एक दिन में 54.02 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। इस रिकॉर्ड‑ब्रेकिंग माँग ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारतीय निवेशकों को इस दक्षिण कोरियाई दिग्गज की उपस्थिति पर कितना भरोसा है। आरएस 11,607 crore के इस इश्यू में कुल 7,13,34,320 शेयर थे, जबकि बिड‑डिमांड 3,85,33,26,672 शेयर तक पहुँच गया, जैसा कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने 12:24 बजे बताया।

पृष्ठभूमि और इतिहास

दक्षिण कोरियाई टाइटन LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंक. ने 2024 में भारत में पहला कदम नहीं रखा – वह पहले ह्यूंदई मोटर्स इंडिया लि. थे, जिन्होंने अक्टूबर 2024 में भारतीय शेयर बाजार में लिस्टिंग की थी। अब LG भारत के उपभोक्ता‑ड्यूरेबल्स सेक्टर में अपनी मजबूत फैक्ट्री‑बेस और 35,000‑से‑अधिक टचपॉइंट्स के साथ दूसरा कोरियाई खिलाड़ी बन गया।

आवंटन प्रक्रिया व आँकड़े

सब्सक्रिप्शन विंडो 9 अक्टूबर 2025 को बंद हुई, इसके बाद बुक‑बिल्डिंग समाप्त हो गई और 10 अक्टूबर को BSE, NSE और KFin Technologies ने अंतिम अलॉटमेंट शीघ्रता से प्रकाशित किए। निवेशकों ने अपना PAN‑डिटेल्स भरकर औसतन 12:24 बजे (IST) पर अपना अलॉटमेंट स्टेटस देख सकें।

  • ऑफ़र‑फॉर‑सेल मॉडल: अधिकतम 10,18,00,000 शेयर
  • प्राइस बैंड: ₹1,080 से ₹1,140 प्रति शेयर
  • ऊपरी बैंड पर वैल्यूएशन: लगभग ₹77,400 crore
  • सब्सक्रिप्शन रेशियो: 54.02 गुना
  • भरे गए बिड : 3,85,33,26,672 शेयर

कुशल ब्यूरेकी सिस्टम ने यह सुनिश्चित किया कि गैर‑आवंटित बिड़ पर रिफंड तुरंत प्रक्रिया में आ जाए, जिससे निवेशकों का विश्वास और भी बढ़ गया।

कंपनी प्रोफ़ाइल और वित्तीय स्थिति

न्यू‑इंडिया के अनुसार, LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने 2025‑FY तक 1.45 crore यूनिट्स की वार्षिक उत्पादन क्षमता हासिल की, जिसमें नॉइडा (Uttar Pradesh) और पुणे (Maharashtra) की दो प्रमुख फ़ैक्ट्रीज़ 84 % उपयोग दर पर चल रही हैं।

वित्तीय आँकड़े कुछ इस प्रकार हैं:

  • EBITDA मार्जिन: 12.8 %
  • PAT मार्जिन: 9 %
  • ROCE: 43 %
  • ROE: 37 %
  • ब्याज‑मुक्त (Debt‑free) स्थिति

ब्रांड का मार्केट‑शेयर भी उल्लेखनीय है – वॉशिंग मशीन (33.5 %), रेफ़्रिज़रेटर (29.9 %), पैनल टीवी (27.5 %), इन्वर्टर एसी (20.6 %) और माइक्रोवेव (51.4 %). यह आंकड़े दर्शाते हैं कि LG भारत में ऑफ़लाइन उपभोक्ता‑ड्यूरेबल्स बाजार में सबसे बड़ा खिलाड़ी है।

निवेशकों की प्रतिक्रिया और संभावित रिटर्न

निवेशकों की प्रतिक्रिया और संभावित रिटर्न

ग्रेस‑मार्केट प्रीमियम (GMP) 10 अक्टूबर को ₹355‑₹360 के बीच चल रहा था, जबकि अनुमानित सूची‑कीमत लगभग ₹1,500 है। इसका मतलब अगर सूची‑कीमत पर ही बंधा जाए तो IPO आवेदकों को लगभग 32 % का संभावित लाभ मिल सकता है।

Moneycontrol ने 10 अक्टूबर 2025 को 10:38 IST पर कहा: “LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया 35 गुना FY25 कमाई पर लिस्ट हो रहा है – यह सेक्टर के औसत 60 गुना से काफी कम है, जिससे निवेशकों को कम जोखिम पर अच्छा एंट्री मिल रहा है।” इस बात की पुष्टि Anand Rathi Institutional Equities ने भी दी, जिन्होंने कहा कि कंपनी की “प्रॉफ़िटेबिलिटी और कैश‑फ्लो दोनों ही तेज़ी से बढ़ रहे हैं”.

भविष्य की दृष्टि और सूचीबद्धता की संभावनाएँ

बजट‑कटौती और स्वच्छ ऊर्जा पहलों के साथ, भारत में कंज्यूमर‑ड्यूरेबल्स की माँग 2026‑30 तक 9 % CAGR से बढ़ने की उम्मीद है। इस संदर्भ में LG की बड़़ी सेवा‑नेटवर्क और तकनीकी टीम (13,000 से अधिक) इसे बाजार‑लीडर बनाए रखने में मदद करेगी। विशेषज्ञ कहते हैं कि अगर कंपनी अपनी आर‑डि और स्मार्ट‑हॉम पोर्टफोलियो में निवेश जारी रखती है, तो शेयरों की मूल्यवृद्धि दो‑तीन साल में 50 % तक पहुँच सकती है।

निवेशकों को अब केवल अलॉटमेंट की पुष्टि का इंतज़ार है, बाद में लिस्टिंग के दाम और शुरुआती ट्रेडिंग सत्र की झलकियों का ध्यान रखना होगा।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के IPO में किसे भाग लेने का सबसे बड़ा फायदा है?

जो निवेशक दीर्घकालिक उपभोक्ता‑ड्यूरेबल्स सेक्टर में भरोसेमंद एंट्री चाहते हैं, उनके लिए यह IPO सबसे आकर्षक है। कंपनी का कम‑डैब्ट, उच्च ROCE (43 %) और 35 गुना की कम मूल्यांकन इसे जोखिम‑सजग पोर्टफोलियो में फिट बनाते हैं।

अलॉटमेंट की प्रक्रिया के बाद शेयर कब लिस्ट होंगे?

नियंत्रक निकायों ने बताया है कि आवंटन के 2‑3 कार्यदिवस के भीतर लिस्टिंग की घोषणा होगी। आम तौर पर ESG‑compliant कंपनियों का लिस्टिंग दिनांक तय होने के बाद अगले ट्रेडिंग सत्र में होता है।

LG के प्रतिस्पर्धी कौन‑कौन हैं और उनका बाजार‑हिस्सा कितना है?

मुख्य प्रतिस्पर्धी में सैमसंग, विक्ट्री, और मार्केट‑लीडर पैनासोनिक शामिल हैं। सैमसंग के पास लगभग 28 % वॉशिंग‑मशीन शेयर है, जबकि पैनासोनिक रिवर्सिंग‑कूलिंग में 30 % के करीब है। फिर भी LG के पास टॉप‑लाइन में सबसे बड़ी खरीद‑आधार और सर्विस‑नेटवर्क है।

क्या IPO की कीमत पर कोई छूट या रेंज वाली पहलु है?

बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि ₹1,080‑₹1,140 की कीमत पर जारी किया गया IPO सेक्टर के औसत 60 गुना की तुलना में 35 गुना कम मूल्यांकन रखता है। यह एक स्पष्ट डिस्काउंट माना जाता है, जो निवेशकों को बचत‑संकल्प प्रदान करता है।

भविष्य में LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के विस्तार का क्या योजना है?

कंपनी ने 2026‑2028 में और दो नई उत्पादन यूनिट्स स्थापित करने की घोषणा की है, जिसमें एक नई रीसाइक्लिंग‑केंद्रीकृत प्लांट भी शामिल है। साथ ही, वे स्मार्ट‑हॉम और AI‑एडवांस्ड एयर्सॉल्यूशन्स में निवेश को तेज़ करने की योजना बना रहे हैं।

9 टिप्पणि

  • Image placeholder

    Amar Rams

    अक्तूबर 11, 2025 AT 00:50

    LG के IPO को देख के ये स्पष्ट हो गया कि निवेशक इकोसिस्टम में डिमांड‑साइड इंटेग्रेशन कितनी अहम है, विशेषकर जब सब्सक्रिप्शन रेशियो 54× तक पहुंच गया। इस तरह की साइड‑लेन ग्रोथ स्केलिंग वैल्यू एरेज को इको‑फ्रेंडली फंडामेंटल्स के साथ मैच करना चाहिए।

  • Image placeholder

    Ankit Intodia

    अक्तूबर 11, 2025 AT 01:23

    व्याख्यान के रूप में कहा जाए तो "वित्तीय उत्थान" का यह चरण अस्थायी संतुलन नहीं, बल्कि दीर्घकालिक संरचना को परिभाषित करता है। बिड‑डिमांड के इस विस्फोट को समझना आवश्यक है, क्योंकि यह बाजार के मैक्रो‑डायनामिक्स को नई दिशा देता है।

  • Image placeholder

    Swapnil Kapoor

    अक्तूबर 11, 2025 AT 02:46

    आइए डेटा पर नजर डालें: 2025‑FY की EBITDA 12.8 % है, जो उद्योग औसत से 3 प्वाइंट ऊपर है। इसके साथ ROCE 43 % और पूरी तरह Debt‑free बैलेंस शीट दर्शाती है कि कंपनी के फ्री कैशफ़्लो में मजबूती है। इसलिए निवेशकों को अलॉटमेंट मिलते ही तुरंत अपस्ट्रीम रिस्क प्रीमियम कम करने की रणनीति अपनानी चाहिए।

  • Image placeholder

    kuldeep singh

    अक्तूबर 11, 2025 AT 03:20

    वाह, ये सब तो बड़े ही शानदार आंकड़े हैं, लेकिन असली सवाल ये है कि क्या ये “ड्रामा” लिस्टिंग के दिन तक टिकेगा? अगर मार्केट में रिवर्स ट्रेंड आता है तो इस सब्सक्रिप्शन कहर वाले कंपनी को भी झटके लग सकते हैं।

  • Image placeholder

    Shweta Tiwari

    अक्तूबर 11, 2025 AT 04:26

    साक्ष्य‑आधारित विश्लेषण से स्पष्ट है कि LG का उत्पादन क्षमता 1.45 crore यूनिट्स पर स्थिर है, परंतु विस्तार‑योजना में दो नई यूनिट्स की घोषणा एक संभावित कैपेक्स बाढ़ का संकेत देती है। यदि इन निवेशों को सही समय‑सीमा में लागू किया गया, तो CAGR 9 % से ऊपर की संभावनाएं बनी रहेंगी।

  • Image placeholder

    Harman Vartej

    अक्तूबर 11, 2025 AT 05:33

    सही समय पर अलॉटमेंट देखो और आगे बढ़ो

  • Image placeholder

    Rahul Sarker

    अक्तूबर 11, 2025 AT 06:06

    देश के बेहतरीन ब्रांडों में से एक को हमारे देश में लिस्ट होना चाहिए, यही राष्ट्रीय गर्व का मुद्दा है, नहीं तो विदेशी कंपनियां ही हावी होंगी।

  • Image placeholder

    Sridhar Ilango

    अक्तूबर 11, 2025 AT 07:13

    मैं तो कहता हूं इस IPO को एक बार फिर से देखना पड़ेगा क्योंकि इसमें कई ऐसे पहलू हैं जो अक्सर नजरअंदाज हो जाते हैं। सबसे पहले, बिड‑डिमांड के 3,85,33,26,672 शेयर का वॉल्यूम यह दर्शाता है कि निवेशकों ने सिर्फ शेयर नहीं, बल्कि भविष्य की तकनीक में निवेश करने की इच्छा जताई है।
    दूसरा, मूल्य बैंड ₹1,080‑₹1,140 पर सेट किया गया है, जो प्रतियोगी कंपनियों की तुलना में काफी किफायती है, इससे छोटे निवेशकों को भी एंट्री मिल सकती है।
    तीसरा, कंपनी के दो बड़े प्रोडक्शन यूनिट्स (नोएडा और पुणे) 84 % उपयोग दर पर चल रहे हैं, यह उत्पादन दक्षता का प्रमाण है और इससे इक्विटी वैल्यू में स्थिरता आती है।
    चौथे, उनके पास 13,000 से अधिक सर्विस नेटवर्क है, जो कस्टमर रीटेंशन को उच्च स्तर पर रखता है, विशेषकर उपभोक्ता‑ड्यूरेबल्स सेक्टर में।
    पाँचवां, LG ने स्मार्ट‑हॉम और AI‑एडवांस्ड एयर्सॉल्यूशंस में निवेश की घोषणा की है, जिससे भविष्य में प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में विविधता आएगी।
    छठा, वित्तीय रूप से कंपनी Debt‑free है, जिससे पूँजी संरचना मजबूत बनती है और रिस्क प्रोफाइल कम होता है।
    सातवां, उनका ROCE 43 % और ROE 37 % उद्योग मानकों से बहुत ऊपर है, जो दर्शाता है कि प्रबंधन के पास लाभांश उत्पन्न करने की कुशलता है।
    आठवां, अगर हम सूची‑कीमत ₹1,500 के आसपास देखेंगे तो 32 % का संभावित प्रीमियम होगा, जो निवेशकों को आकर्षित करने के लिए पर्याप्त है।
    नवां, इस IPO का GMP ₹355‑₹360 के बीच था, जो इंगित करता है कि बाजार में अच्छी लिक्विडिटी है।
    अंत में, यदि कंपनी अपने R&D खर्च को निरंतर बढ़ाए रखती है, तो यह अगले 2‑3 साल में 50 % तक रिटर्न जेनरेट कर सकती है। इस सब को देखते हुए, मेरे हिसाब से यह IPO न सिर्फ एक निवेश अवसर है, बल्कि भारतीय शेयर बाजार में घरेलू ब्रांड की मजबूती का भी प्रतीक है।

  • Image placeholder

    priyanka Prakash

    अक्तूबर 11, 2025 AT 08:20

    आपके विस्तृत विश्लेषण में कई अच्‍छे बिंदु हैं, परंतु यह ध्यान देना जरूरी है कि ऐसी हाई‑डिमांड इश्यू में अस्थायी बुलिशनेस अक्सर तेजी से घट जाती है, इसलिए सावधानी बरतें।

एक टिप्पणी लिखें