कांग्रेस की मांग: पीएम मोदी को लेकर NEET पेपर लीक पर जवाबदेही, परीक्षा रद्द करने की अपील

कांग्रेस की मांग: पीएम मोदी को लेकर NEET पेपर लीक पर जवाबदेही, परीक्षा रद्द करने की अपील जून, 20 2024

कांग्रेस की मांग: पीएम मोदी को लेकर NEET पेपर लीक पर जवाबदेही

कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से NEET-UG 2024 परीक्षा में पेपर लीक के मामले पर जवाबदेही लेने की मांग की है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस मुद्दे को उठाते हुए शिक्षा मंत्री पर भी तीखा हमला किया। उनका कहना है कि शिक्षा मंत्री ने पहले पेपर लीक से इनकार किया था और अब बिहार, गुजरात, और हरियाणा में हुए गिरफ्तारीयों के बाद घोटाला स्वीकारने पर मजबूर हुए।

खड़गे ने UGC-NET परीक्षा रद्द करने को 'आध्यात्मिक विजय' बताते हुए इसे लाखों छात्रों की जीत और मोदी सरकार के अहंकार की हार करार दिया। उन्होंने पूछा कि जब इस घोटाले की जानकारी पहले से थी तो फिर इसे तुरंत रोकने के उपाय क्यों नहीं किया गया?

नेगेटिव प्रभाव

नेगेटिव प्रभाव

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी इस मुद्दे पर गहरा दुख जाहिर किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की ढिलाई और भ्रष्टाचार का प्रभाव सीधे युवाओं पर पड़ रहा है। प्रियंका ने आरोप लगाया कि सरकारी एजेंसियों की लापरवाही और निष्क्रियता ने छात्रों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है।

शिक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट और सुप्रीम कोर्ट की प्रतिक्रिया

शिक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट और सुप्रीम कोर्ट की प्रतिक्रिया

शिक्षा मंत्रालय ने बिहार पुलिस से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, जिसमें NEET(UG) परीक्षा-2024 में हुई कथित अनियमितताओं का उल्लेख है। दूसरी ओर, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और NTA को इस मामले की गहन जांच करने और किसी भी लापरवाही से निपटने के निर्देश दिए हैं।

सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हुई कई याचिकाएं

सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दाखिल की गई हैं, जिनमें NEET-UG 2024 के परिणामों को रद्द करके नई परीक्षा कराने की मांग की गई है। याचिकाकर्ताओं का दावा है कि पेपर लीक, कदाचार और प्रश्न पत्र में अनियमितताओं के चलते परीक्षा प्रक्रिया निष्पक्ष नहीं हो सकी।

इस पूरे घटनाक्रम के मद्देनजर, यह देखना महत्वपूर्ण है कि सरकार और संबंधित एजेंसियां इस मुद्दे पर किस प्रकार की कार्रवाई करती हैं। छात्रों की शिक्षा और भविष्य को संरक्षित रखने की जिम्मेदारी न केवल सरकार पर है, बल्कि पूरी शिक्षा प्रणाली पर भी है।