झारखंड के राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की मुलाकात, राज्य के विकास पर चर्चा

झारखंड के राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की मुलाकात, राज्य के विकास पर चर्चा जून, 22 2024

झारखंड के राज्यपाल और प्रधानमंत्री की मुलाकात

21 जून 2024 को झारखंड के राज्यपाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले। यह बैठक नई दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय में हुई, जहां दोनों ने झारखंड के विकास और समृद्धि से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। राज्यपाल ने प्रधानमंत्री को राज्य में चल रही प्रमुख परियोजनाओं और हाल के विकास पहलुओं के बारे में अवगत कराया। इस बैठक का मूल उद्देश्य राज्य के विकास को गति देने के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकार के बीच बेहतर तालमेल बनाना था।

झारखंड के विकास पर चर्चा

मुलाकात के दौरान, राज्यपाल ने झारखंड में चल रही विभिन्न विकास योजनाओं के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़कों और इंफ्रास्ट्रक्चर को सुधारने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इसके अलावा, आदिवासी समुदायों के आर्थिक और सामाजिक उत्थान के लिए नई योजनाएँ शुरू की गई हैं। प्रधानमंत्री ने इन पहलों की सराहना की और राज्य के बेहतर भविष्य के लिए उन्हें आवश्यक समर्थन देने का आश्वासन दिया।

केंद्र-राज्य सहयोग की महत्ता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने वक्तव्य में राज्य और केंद्र सरकार के बीच मजबूत सहयोग की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि झारखंड के विकास के लिए केंद्र सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य के विकास के लिए एक प्रभावी रोडमैप तैयार किया जाना चाहिए, जिसका पालन केंद्र और राज्य सरकार दोनों द्वारा किया जाएगा। इससे न केवल राज्य में सुदृढ़ इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास होगा, बल्कि लोगों के जीवन स्तर में भी सुधार आएगा।

राज्यपाल की पहल

राज्यपाल ने प्रधानमंत्री से अपील की कि झारखंड के विकास के लिए विशेष फंड आवंटित किया जाए। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि राज्य में कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है, जैसे कि ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का विकास, स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार, और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार। प्रधानमंत्री ने राज्यपाल की इन मांगों पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और भविष्य में और अधिक सहयोग देने का वचन दिया।

बैठक के मुख्य बिंदु

  1. झारखंड के विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा
  2. राज्य में चल रही परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा
  3. केंद्र और राज्य सरकार के बीच सहयोग का महत्व
  4. राज्य के लिए विशेष फंड की मांग
  5. आदिवासी समुदायों के उत्थान के लिए नई योजनाओं पर बात

इस बैठक से यह स्पष्ट होता है कि राज्य और केंद्र सरकार दोनों ही झारखंड के विकास और उसके नागरिकों के उत्थान के प्रति प्रतिबद्ध हैं। प्रधानमंत्री और राज्यपाल के बीच यह चर्चा राज्य के समग्र विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उम्मीद है कि इसके परिणामस्वरूप झारखंड में नए और महत्वपूर्ण विकास कार्य तेजी से पूरे होंगे और राज्य के लोगों को इसका लाभ प्राप्त होगा।

16 टिप्पणि

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    Tanya Srivastava

    जून 24, 2024 AT 02:08
    ये सब बकवास है भाई! 🤦‍♀️ झारखंड में तो सड़कें टूटी हुई हैं, पानी नहीं मिल रहा, और ये लोग बैठकें कर रहे हैं... असली विकास तो बस फोटो और प्रेस रिलीज में होता है 😒
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    Ankur Mittal

    जून 24, 2024 AT 16:48
    सही कहा 😊 बैठक तो हो रही है, लेकिन गांवों में बिजली नहीं आई तो फायदा क्या? 🤷‍♂️
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    Diksha Sharma

    जून 26, 2024 AT 07:44
    इन बैठकों का मकसद तो बस चुनाव से पहले लोगों को भाग्यशाली बनाना है... ये सब नाटक है। आप जानते हैं ना कि ये फंड कहां जाते हैं? 😏 #ShadowFunds
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    Akshat goyal

    जून 26, 2024 AT 16:38
    समझदारी से बात हुई।
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    anand verma

    जून 28, 2024 AT 15:58
    इस प्रकार की संवादात्मक बैठकें भारत के संघीय ढांचे की मजबूती का प्रतीक हैं। राज्य और केंद्र के बीच सहयोग के माध्यम से ही वास्तविक विकास संभव है।
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    Amrit Moghariya

    जून 29, 2024 AT 02:00
    अरे भाई, जब तक राज्यपाल अपने बंगले में चाय पी रहे हैं, तब तक गांवों में बच्चे दो घंटे चलकर स्कूल जाते हैं... ये बैठकें तो बस फोटो शूटिंग हैं। 😅
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    shubham gupta

    जून 29, 2024 AT 11:00
    राज्य के विकास के लिए आंकड़ों की जरूरत है, न कि बयानों की। शिक्षा और स्वास्थ्य में निवेश के आंकड़े जारी किए जाएं।
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    Gajanan Prabhutendolkar

    जून 29, 2024 AT 20:49
    ये सब बातें तो बस विश्वास बनाने के लिए हैं। आदिवासी जमीन पर बिजली के खंभे तो लगाए गए हैं, लेकिन बिजली नहीं आई। कौन चुरा रहा है? आप जानते हैं कि ये फंड कहाँ जाते हैं।
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    ashi kapoor

    जून 30, 2024 AT 19:32
    अरे भाई, ये सब तो बस एक नाटक है... मैं झारखंड के एक गांव से हूं, वहां स्कूल का बच्चा भी नहीं जाता, पर राज्यपाल का बयान तो बहुत अच्छा लगा 😅 लेकिन जब तक राज्य के लोगों को रोज 100 रुपये मिलेंगे, तब तक ये सब बकवास है... जिंदगी नहीं बदलती, बस फोटो बदलती हैं 🤦‍♀️💔
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    Yash Tiwari

    जुलाई 1, 2024 AT 16:07
    इस बैठक के अंतर्गत विकास का आधार तो बन गया, लेकिन इसके व्यावहारिक अनुप्रयोग की गहराई तो नहीं देखी जा सकती। विकास का अर्थ केवल इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय, आर्थिक समानता और जनता की भागीदारी है। जब तक आदिवासी समुदायों को अपने संसाधनों पर अधिकार नहीं मिलेगा, तब तक ये सब एक रूपक है।
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    Mansi Arora

    जुलाई 2, 2024 AT 07:48
    ये सब बकवास है... मैंने झारखंड के एक गांव में अपने दोस्त के घर जाकर देखा, वहां बच्चों को दो घंटे चलकर स्कूल जाना पड़ता है, और ये लोग बैठक कर रहे हैं... बस फोटो खींचवा रहे हैं 😒
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    Amit Mitra

    जुलाई 2, 2024 AT 15:27
    मुझे लगता है कि ये बैठक एक अच्छा शुरुआती कदम है, लेकिन वास्तविक बदलाव के लिए जनता की आवाज को सुनना जरूरी है। आदिवासी समुदायों के साथ संवाद बढ़ाना चाहिए, न कि बस योजनाएं बनाना।
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    sneha arora

    जुलाई 4, 2024 AT 08:52
    उम्मीद है अब सब कुछ बेहतर होगा ❤️ बच्चे पढ़ेंगे, लोग स्वस्थ रहेंगे... बस थोड़ा और धैर्य रखें 🌱
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    Sagar Solanki

    जुलाई 4, 2024 AT 12:39
    ये सब एक गैर-सांविधिक निर्णय है। केंद्र के अधिकार के अंतर्गत राज्यों को नियंत्रित किया जा रहा है। ये फंड आवंटन का तरीका असंवैधानिक है। असली स्वायत्तता तो राज्यों को मिलनी चाहिए, न कि फंड की चाहत।
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    Siddharth Madan

    जुलाई 6, 2024 AT 07:36
    अच्छा हुआ
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    Ankur Mittal

    जुलाई 6, 2024 AT 15:58
    वापस आ गया... अगर ये फंड वाकई गांवों तक पहुंचे तो बहुत अच्छा होगा। बस देखते हैं कि कितना बचता है।

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