भारत बनाम यूएई महिला एशिया कप: हरमनप्रीत और ऋचा ने रचा इतिहास, भारत की ऐतिहसिक जीत
जुल॰, 22 2024मुकाबले की शुरुआत और भारतीय पारी
रविवार, 21 जुलाई, 2024 को महिला एशिया कप के महत्वपूर्ण मुकाबले में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। भारत ने पहली बार किसी टी20 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले में 200 से अधिक रन बनाए और यूएई के खिलाफ 201/5 का विशाल स्कोर खड़ा किया। इस मैच का सबसे बड़ा आकर्षण रहा हरमनप्रीत कौर और ऋचा घोष की शानदार पारियां।
भारतीय पारी की शुरुआत बेहतरीन रही। स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा की जोड़ी ने पहले ही ओवर से आक्रामक बल्लेबाजी की। हालांकि, शेफाली जल्दी ही आउट हो गईं, लेकिन स्मृति ने अपनी शानदार बल्लेबाजी जारी रखी। दूसरी ओर, कप्तान हरमनप्रीत कौर ने अपनी बुद्धिमत्ता और आक्रामकता का अद्भुत मेल बिठाया और 47 गेंदों पर 66 रन बनाकर महत्वपूर्ण अर्धशतक लगाया।
ऋचा घोष की तूफानी पारी
लेकिन, इस मुकाबले की असली कहानी तब शुरू हुई जब ऋचा घोष मैदान पर उतरीं। ऋचा ने पहले ओवर से ही अपने इरादे साफ कर दिए। उन्होंने 29 गेंदों पर 64 रन बनाए, जिसमें 12 चौके और 1 छक्का शामिल था। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी ने ना सिर्फ दर्शकों का मन मोह लिया बल्कि भारतीय स्कोर को भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। पूरी भारतीय पारी में ऋचा की नाबाद पारी सबसे चमकदार साबित हुई।
मध्यक्रम की साझेदारियां
भारतीय पारी में अन्य महत्वपूर्ण योगदानों की भी कमी नहीं रही। हरमनप्रीत और जेमिमा रॉड्रीग्स की बीच 54 रनों की साझेदारी ने भारतीय पारी को स्थिरता प्रदान की। फिर हरमनप्रीत और ऋचा के बीच हुई 75 रनों की साझेदारी ने भारतीय स्कोर को 200 के पार पहुंचा दिया। हरमनप्रीत ने अपनी कप्तानी पारी में 7 चौके और 1 छक्का लगाया।
भारतीय गेंदबाजी का जलवा
भारतीय टीम ने बल्लेबाजी के बाद गेंदबाजी में भी अपना परचम लहराया। दीप्ति शर्मा के नेतृत्व में भारतीय गेंदबाजों ने यूएई की पारी को रोकने का कार्य किया। दीप्ति ने अपने शानदार प्रदर्शन से यूएई को 123/7 पर रोका। पूरी टीम ने सामूहिक प्रयास से मुकाबले को अपने पक्ष में किया।
भारत की रिकॉर्ड तोड़ जीत
इस शानदार 78 रन की जीत ने भारत को ग्रुप ए में शीर्ष पर पहुंचा दिया। भारत के पास अब चार अंक हैं और उनका रन रेट +3.298 है। इस जीत ने भारत को सेमीफाइनल के और करीब ला खड़ा किया है। पूरी भारतीय टीम के सामूहिक प्रयास से यह जीत दर्ज हो सकी।
बल्लेबाजी और गेंदबाजी में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से भारतीय टीम ने दिखा दिया है कि वे किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं। हरमनप्रीत कौर और ऋचा घोष का नाम अब क्रिकेट इतिहास के पन्नों में दर्ज हो चुका है। इस मुकाबले ने भारतीय टीम की ताकत और एकता को साक्षात किया है।