डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम पुण्यतिथि 2024: 10 प्रेरणादायक विचार जो आपकी आत्मा को प्रज्वलित करेंगे
जुल॰, 27 2024
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की अद्वितीय जीवन यात्रा
आज हम उस महान आत्मा को याद करते हैं जिन्होंने अपने सरल जीवन और महान कार्यों से लाखों दिलों को जीता। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, जो 11वें राष्ट्रपति थे, ने अपने विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अद्वितीय योगदान के कारण 'मिसाइल मैन' के नाम से प्रसिद्धि प्राप्त की। 27 जुलाई 2015 को उनका निधन हो गया, लेकिन उन्होंने ताउम्र अपने प्रेरणादायी विचारों से भारतीय युवाओं को साहस, आत्मविश्वास और कड़ी मेहनत की दलियल दी।
डॉ. कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा के दौरान विज्ञान और प्रौद्योगिकी में गहरी रुचि दिखाई और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में उच्च शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी नेतृत्व क्षमता और वैज्ञानिक दृष्टि का सम्मान करते हुए उन्हें 1997 में भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया।
डॉ. कलाम के 10 प्रेरणादायक विचार
डॉ. कलाम के विचारों ने उनके निधन के बाद भी अपने अद्भुत संदेशों से लाखों लोगों की आत्माओं को प्रेरित किया है। यहां प्रस्तुत हैं उनके कुछ प्रमुख विचार जो हमें आत्मविश्वास, साहस और दृढ़ता के साथ जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रेरित करते हैं:
1. सपनों की शक्ति
"सपने वे नहीं होते जो आप सोते समय देखते हैं, बल्कि सपने वे होते हैं जो आपको सोने नहीं देते।"
डॉ. कलाम का यह उद्धरण हमें यह सिखाता है कि सपने हमें प्रेरित करते हैं और हमें हमारे लक्ष्यों की ओर अग्रसर करते हैं।
2. साहस की भूमिका
"हमारी सबसे बड़ी कमजोर दिमागी होती है, और हमारी सबसे बड़ी ताकत एक दृढ़ साहस और सकारात्मक दृष्टिकोण।"
उन्होंने हमेशा साहस को सबसे महत्वपूर्ण गुणों में से एक माना, जो किसी भी कठिनाई का सामना करने में मदद करता है।
3. शिक्षा की महत्ता
"शिक्षा वह ताकत है जो आपको उड़ाने की क्षमता देती है।"
डॉ. कलाम शिक्षा को जीवन में सफलता के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण मानते थे।
4. असफलता से सीख
"असफलता का सामना करो, उनका सामना करो। असफलता तो सफलता की एक सीढ़ी है।"
उन्होंने हमें यह सिखाया कि असफलताएं हमें कभी हारने नहीं देतीं, बल्कि हमें सफलता के लिए तैयार करती हैं।
5. योगदान के महत्व
"जीवन का उद्देश्य दूसरों की सेवा करना और समाज में सकारात्मक बदलाव लाना होना चाहिए।"
समाज की सेवा को ही उन्होंने जीवन का सबसे बड़ा धर्म माना।
6. चुनौतियों का स्वागत
"चुनौतियां हमारे जीवन में आती हैं जिससे हमें अपने जीवन में कुछ नया और अद्भुत करने का मौका मिलता है।"
जीवन की चुनौतियां हमें हमारे लक्ष्य की ओर और अधिक उत्साह से बढ़ने का अवसर देती हैं।
7. सकारात्मक दृष्टिकोण
"आइए हम आज ऐसे मनोबल निर्माण करें जिससे हमारा हर दिन और भी उज्जवल और सार्थक हो।"
उन्होंने हमेशा सकारात्मक दृष्टिकोण को अडिग रहते हुए अपने जीवन को सुधारने के संदेश को पिरोया।
8. आत्मनिर्भरता
"यदि आप आत्मनिर्भर बनने का ठान लें, तो कोई मुश्किल नहीं जो आपका रास्ता रोक सके।"
डॉ. कलाम हमेशा आत्मनिर्भरता पर जोर देते थे, जो व्यक्ति के आत्मसम्मान और आत्मविश्वास को बढ़ावा देती है।
9. आत्मविश्वास का महत्व
"आपकी सफलता और खुशी में आपके आत्मविश्वास का बड़ा हाथ होता है।"
उन्होंने आत्मविश्वास को सफलता की कुंजी माना।
10. निरंतर प्रयास
"उच्च लड़ाई के लिए लक्ष्य रखें, और जब तक आप वहां नहीं पहुँच जाते तब तक लड़ते रहें।"
डॉ. कलाम के अनुसार, निरंतर प्रयास ही हमें हमारे लक्ष्य तक पहुंचा सकता है।
उनके इन विचारों ने न केवल युवाओं को प्रेरित किया बल्कि पूरे समाज को एक नई दिशा दी। डॉ. कलाम के विचारों की प्रासंगिकता सदैव बनी रहेगी और वे हमारी आत्माओं को प्रेरित करते रहेंगे।
डॉ. कलाम की वैज्ञानिक उपलब्धियाँ और योगदान
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन विज्ञान और प्रौद्योगिकी में बेमिसाल योगदान हेतु उन्हें सदैव जाना जाएगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) में उनके नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण परियोजनाएँ पूर्ण की गईं, जिनमें से प्रमुख परियोजना 'स्ल्व-3' (SLV-3) है। यह भारत का पहला स्वदेशी प्रक्षेपण यान था, जिसने रोहिणी उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया।
उन्होंने सामरिक मिसाइल प्रणाली के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके निर्देशन में अग्नि और पृथ्वी मिसाइलों का विकास हुआ, जो भारतीय रक्षा प्रणाली की मजबूती में एक प्रमुख कड़ी बनी। उन्होंने अपनी असाधारण नेतृत्व क्षमता के चलते भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) में भी अपनी सेवाएँ दीं।
डॉ. कलाम का सपना था कि भारत 2020 तक एक विकसित राष्ट्र बने। इसके लिए उन्होंने 'इंडिया 2020' नाम से एक दृष्टिपत्र (Vision Document) प्रस्तुत किया, जिसमें विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से देश की सामाजिक और आर्थिक प्रगति के संकेत दिए गए थे।
डॉ. कलाम: एक सादा व्यक्तित्व
विज्ञान और प्रौद्योगिकी में उनकी अद्वितीय उपलब्धियों के बावजूद, डॉ. कलाम बेहद सादगीपूर्ण जीवन जीते थे। उनका जीवन एक प्रेरणास्रोत है, जिसमें उन्होंने हमेशा विनम्रता, ईमानदारी और परिश्रम को महत्व दिया।
राष्ट्रपति बनने के बाद भी उन्होंने अपने निजी जीवन में कोई बदलाव नहीं किया और सादा जीवन व्यतीत किया। उन्होंने अपने जीवन का अधिकांश समय छात्रों के बीच बिताया, उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी की महत्ता समझाई और उनके उज्जवल भविष्य के लिए प्रेरित किया।
निष्कर्ष
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर हम उनके प्रेरणादायक जीवन और विचारों को याद करते हैं। उनके विचार, उनके कार्य और उनके अद्वितीय योगदान हमेशा हमें प्रेरित करते रहेंगे और हमारी आत्मा को प्रज्वलित करेंगे। उनके गए हुए नौ साल हो चुके हैं लेकिन उनका प्रभाव और प्रेरणा आज भी पुनः स्पष्ट है। आइए, हम सभी उनके दिखाए मार्ग पर चलें और भारत को उनके सपनों का भारत बनाने की दिशा में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें।
Dev Toll
जुलाई 29, 2024 AT 07:10कोई बड़ा टाइटल नहीं, बस एक इंसान जिसने देश के लिए जी लिया।
utkarsh shukla
जुलाई 29, 2024 AT 21:48इंडिया 2020 का विजन अभी भी जीवित है, बस हम लोग उसे भूल गए।
हम टीवी पर रियलिटी शो देख रहे हैं, वो लैब में रॉकेट लॉन्च कर रहे थे।
कलाम सर की तुलना में हम सब बस बातों के बादल हैं।
एक बार उनके बारे में सोचो, फिर अपने फोन बंद करो और कुछ करो।
ये सिर्फ एक आदमी नहीं, ये एक एक्सपीरियंस है।
हमारे बच्चे अब यूट्यूब स्टार बनना चाहते हैं, उन्होंने तो राष्ट्रपति बनकर भी चप्पल पहनी थी।
मैं रो रहा हूँ।
कलाम सर के बिना हम बस एक आवाज़ हैं, उनके साथ हम एक आंदोलन थे।
क्या हम उनके सपनों को जिंदा रख सकते हैं? या फिर बस एक यादगार पोस्ट बना देंगे?
Amit Kashyap
जुलाई 30, 2024 AT 08:01कलाम सर तो बहुत अच्छे थे पर देश को तो अब टेक्नोलॉजी नहीं, राष्ट्रवाद चाहिए!
मिसाइल बनाने के बजाय हमें चीन के खिलाफ भारतीय ब्रांड बनाने होंगे!
अगर तुम उनकी बात मानोगे तो आज भी आपके घर में चीनी टीवी होगा!
mala Syari
जुलाई 30, 2024 AT 22:26वो तो एक इंजीनियर थे, न कोई संत।
उनके विचार तो सामान्य बातें हैं - सपने देखो, मेहनत करो, शिक्षा जरूरी है - ये तो स्कूल की पुस्तकों में लिखा है।
और फिर भी हम इसे एक डिवाइन टेक्स्ट बना रहे हैं।
इतना भावुक होने की जरूरत नहीं।
मैं तो उनके लिए एक एम्बेडेड सिस्टम बनाना चाहती हूँ - जो उनके विचारों को ऑटोमेटिकली रिमाइंड करे।
लेकिन नहीं, हम फिर से एक फेसबुक पोस्ट बना रहे हैं।
असली यादगार तो उनके लिए एक ऑप्टिमाइज्ड एल्गोरिथम होगा, न कि एक इमोजी।
Kishore Pandey
अगस्त 1, 2024 AT 06:24आज के युवा उनके विचारों को सिर्फ एक इमोजी के साथ शेयर कर रहे हैं, जो एक विचार के गहराई के प्रति अपमानजनक है।
हमें अपनी शिक्षा प्रणाली को फिर से परिभाषित करना होगा - न कि किसी के नाम के साथ भावुकता दिखाना।
Kamal Gulati
अगस्त 2, 2024 AT 00:22लेकिन जब आप असल दुनिया में आते हैं - बेरोजगारी, डिप्रेशन, घर का बोझ - तो ये सब विचार बस एक बातचीत का हिस्सा हो जाते हैं।
मैंने एक बार उनकी किताब पढ़ी थी, फिर भी मेरे घर का बिजली का बिल बाकी था।
क्या आत्मविश्वास से बिजली चलती है?
क्या निरंतर प्रयास से घर का किराया चुकाया जाता है?
मैं उन्हें प्यार करता हूँ, लेकिन क्या हम इन विचारों को असली जिंदगी में लागू करने के लिए तैयार हैं?
या फिर हम सिर्फ उनकी छवि को बनाए रखना चाहते हैं?
Atanu Pan
अगस्त 2, 2024 AT 11:29अब तो हर कोई ट्विटर पर नेता बन गया है।
उनकी सादगी अब बहुत दुर्लभ हो गई है।
Pankaj Sarin
अगस्त 4, 2024 AT 06:46जिंदगी एक रॉकेट है ना बस इतना ही नहीं तो फिर क्या है
लेकिन हम तो लॉन्च पैड पर बैठे हैं और फोन चेक कर रहे हैं
Mahesh Chavda
अगस्त 4, 2024 AT 07:49लेकिन ये सब तो सिर्फ एक यादगार बनाने के लिए है...
असल में कोई नहीं बदलता...
हम सब बस एक शेयर कर देते हैं...
और फिर वापस अपने ड्रामे में खो जाते हैं...
Sakshi Mishra
अगस्त 5, 2024 AT 21:44जब वे कहते हैं कि ‘सपने वे होते हैं जो आपको सोने नहीं देते’, तो वे यह नहीं कह रहे हैं कि आपको जागना है - बल्कि यह कह रहे हैं कि आपका अस्तित्व अपने अंदर एक अस्थिर ऊर्जा के रूप में विद्यमान है, जिसे आपको निरंतर नियंत्रित करना होगा।
यह एक अध्यात्मिक अनुभव है, जो निरंतर प्रयास के अंदर छिपा है।
हम उनके विचारों को सिर्फ एक अनुप्रेरणा के रूप में देखते हैं, जबकि वे एक जीवन-दर्शन हैं।
हम एक शिक्षा की बजाय एक आध्यात्मिक अनुभव को बर्बाद कर रहे हैं।
क्या हम उनके विचारों को जी सकते हैं? या हम उन्हें एक फोटो के रूप में संग्रहित कर रहे हैं?
Radhakrishna Buddha
अगस्त 6, 2024 AT 00:11अब तो हम अपने घर में फोन चलाते हैं और बोलते हैं कि हम लक्ष्य नहीं पा रहे।
अगर उन्होंने अखबार बेचकर भारत के राष्ट्रपति बन सकते हैं, तो हम एक बार गूगल पर सर्च नहीं करके कुछ करेंगे क्या?
Govind Ghilothia
अगस्त 6, 2024 AT 00:33उनका जीवन एक ऐसा आध्यात्मिक यात्रा है, जो उत्तरी भारत के योग के सिद्धांतों और दक्षिणी भारत के ज्ञान परंपराओं का समन्वय है।
उनकी सादगी एक आधुनिक दुनिया के लिए एक आध्यात्मिक उत्तर है।
हमें उनके जीवन को न केवल याद करना चाहिए, बल्कि उनके जीवन के सिद्धांतों को अपने दैनिक जीवन में अनुप्रयोग करना चाहिए।
यह एक भारतीय आध्यात्मिकता का पुनर्जागरण है।
Sukanta Baidya
अगस्त 7, 2024 AT 01:15पर अगर आज वो जिंदा होते तो शायद वो भी ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे होते - ‘मिसाइल मैन’ के नाम से।
और शायद उनकी लाइफस्टाइल ब्रांड बन गई होती - ‘KalAmChappal’।
हम सब उन्हें याद कर रहे हैं, पर उनकी जिंदगी को नहीं।
मैं तो उनकी चप्पल पहनकर ऑफिस जाऊंगा।
और फिर बताऊंगा कि मैंने आत्मविश्वास बढ़ाया।
Adrija Mohakul
अगस्त 7, 2024 AT 22:04उसने एक छोटा सा सोलर पैनल बनाया - बस एक प्लास्टिक के बर्तन और एक छोटे से मोटर से।
मैंने उसे बताया कि ये वो चीज है जो कलाम सर ने शुरू की थी - छोटी शुरुआत, बड़ा असर।
उस दिन मैंने समझा कि याद रखने से ज्यादा जरूरी है - आगे बढ़ना।
हम उनके विचारों को याद कर रहे हैं, लेकिन क्या हम उन्हें दोहरा रहे हैं?
Dhananjay Khodankar
अगस्त 9, 2024 AT 16:55मैं अपने घर में एक छोटा सा लैब बनाया है - बस एक टूलबॉक्स, कुछ वायर्स, और एक बच्चे का टॉय रोबोट।
हर शनिवार को मैं अपने बेटे के साथ एक चीज़ बनाता हूँ।
कलाम सर का सपना था कि हर बच्चा वैज्ञानिक बने।
मैं उस सपने को अपने घर में जी रहा हूँ।
क्या आप भी ऐसा कर रहे हैं?
shyam majji
अगस्त 11, 2024 AT 16:40लेकिन अब तो हर कोई इन्हें शेयर कर रहा है...
कोई भी नहीं बदल रहा...
हम सब बस एक रिमाइंडर के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं...
और फिर वापस अपने ड्रामे में चले जाते हैं...
Dev Toll
अगस्त 12, 2024 AT 01:51वो भी कलाम सर के सपने का हिस्सा हैं।
हम जितना बात करते हैं, उतना ही वो काम करते हैं।