एलन मस्क ने राजनीतिक दलों की सत्यता पर सवाल उठाया: 'अगर कोई कहता है कि उनका दल गलत नहीं करता तो वह या झूठा है या मूर्ख या दोनों'
जून, 25 2024
एलन मस्क की विवादित राजनीतिक टिप्पणियां
टेक अरबपति एलन मस्क ने एक बार फिर से अपने विवादास्पद बयानों से सुर्खियां बटोरी हैं। इस बार मस्क ने राजनीतिक दलों की सत्यता पर प्रश्न उठाते हुए कहा है कि 'जो कोई भी यह दावा करता है कि उनका राजनीतिक दल कभी गलत नहीं करता, वह या तो झूठा है, मूर्ख है या दोनों।' यह बयान उनकी राजनीतिक दृष्टिकोण को एक बार फिर से स्पष्ट करता है, जिसमें वे किसी भी राजनीतिक दल को निर्दोष मानने से इनकार करते हैं।
मस्क का यह बयान ऐसे समय में आया है जब उन्होंने कुछ दिन पहले चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVMs) की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया था। मस्क ने कहा था कि EVMs को हैक किया जा सकता है, और इसीलिए इनका चुनावों में इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। उनका यह विचार यह दर्शाता है कि वह दावा किए गए गणों और चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर गहन दृष्टि रखते हैं।
इससे पहले भी मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की आलोचना की थी। उन्होंने बाइडेन को 'एक दुखद परत का सामना करने वाली दूरवर्ती राजनीतिक मशीन का मोहरा' बताया था। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि बाइडेन का नेतृत्व केवल एक façade है, और वास्तविक ताकत उनके पीछे कोई और है।
मस्क का डोनाल्ड ट्रम्प पर दृष्टिकोण
इससे भी दिलचस्प बात यह है कि मस्क ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बारे में भी अपने विचार साझा किए हैं। मस्क ने ट्रम्प को एक विवादित नेता के रूप में वर्णित करते हुए कहा कि वह समाज को विभाजित करने में भूमिका निभाने वाले रहे हैं। वे मानते हैं कि ट्रम्प के कार्यकाल में कुछ नीतियां सफल हो सकती हैं, लेकिन उनकी दृष्टिकोण ने समाज में गंभीर दरारें पैदा की हैं।
डोनाल्ड ट्रम्प के कई राजनीतिक दृष्टिकोणों से असहमति जताते हुए मस्क का मानना है कि अमेरिकी राजनीति को स्थिरता और निष्ठा की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि राजनीति में वास्तविकता और पारदर्शिता की अधिक आवश्यकता है, न कि छिपी हुई एजेंडाओं और षड्यंत्रों की।
राजनीतिक निष्पक्षता की आवश्यकता
मस्क के इन बयानों की पृष्ठभूमि यह है कि वह एक ऐसे समय में सामने आए हैं जब पूरी दुनिया के कई देश राजनीतिक ध्रुवीकरण का सामना कर रहे हैं। उनकी सोच यह दर्शाती है कि राजनीतिक दलों और उनके नेताओं से न केवल जनता बल्कि खुद नेताओं को भी निष्पक्षता और सत्य की मांग करनी चाहिए। मस्क का यह विचार यह स्पष्ट करता है कि वह सदैव अपने अभिव्यक्तियों में तटस्थता और नैतिकता की उचित मर्यादा का पालन करते हैं।
राजनीतिक दलों की तरफ से इस प्रकार की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया कैसे होगी, यह देखना दिलचस्प होगा। मस्क का यह बयान उनका व्यक्तिगत दृष्टिकोण हो सकता है, लेकिन उन्होंने एक महत्वपूर्ण मुद्दे को फिर से ध्यान में रखना जारी रखा है।
भविष्य की दृष्टि
मस्क का यह आलोचनात्मक दृष्टिकोण केवल राजनीति तक सीमित नहीं है। वह कई बार तकनीकी और सामाजिक मुद्दों पर भी अपनी राय प्रकट करते रहे हैं। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की हैकिंग की संभावना पर उनकी सतर्कता यह दर्शाती है कि चुनाव प्रक्रियाओं की पारदर्शिता और सत्यनिष्ठा पर वह कितने गंभीर हैं।
अंततः, मस्क का यह बयान न केवल राजनीतिक दलों बल्कि आम जनता के लिए भी एक सबक है। इसका मुख्य संदेश यह है कि हमें अपनी आँखें खोल कर तथ्यों को समझने और विचारने की आवश्यकता है।
ashi kapoor
जून 26, 2024 AT 00:27Yash Tiwari
जून 26, 2024 AT 09:59Mansi Arora
जून 27, 2024 AT 09:39Amit Mitra
जून 28, 2024 AT 14:38sneha arora
जून 29, 2024 AT 19:17Sagar Solanki
जून 30, 2024 AT 18:58Siddharth Madan
जुलाई 1, 2024 AT 17:18Gajanan Prabhutendolkar
जुलाई 1, 2024 AT 17:36simran grewal
जुलाई 2, 2024 AT 06:24Thomas Mathew
जुलाई 3, 2024 AT 03:15Nathan Roberson
जुलाई 5, 2024 AT 01:20Dr.Arunagiri Ganesan
जुलाई 5, 2024 AT 15:39