आईटीसी शेयर रिकॉर्ड उच्च स्तर पर: तंबाकू कर में कोई बदलाव नहीं

आईटीसी शेयर रिकॉर्ड उच्च स्तर पर: तंबाकू कर में कोई बदलाव नहीं जुल॰, 23 2024

आईटीसी शेयरों में उछाल: तंबाकू कर पर स्थिरता का असर

मंगलवार, 23 जुलाई 2024 का दिन आईटीसी लिमिटेड के निवेशकों के लिए खुशियों भरा रहा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में जब तंबाकू कराधान में कोई बदलाव नहीं करने की घोषणा की, तो इसके तुरंत बाद आईटीसी के शेयरों में भारी उछाल देखने को मिला। गौरतलब है कि आईटीसी का बड़ा हिस्सा सिगरेट व्यवसाय से आता है, और तंबाकू कर में किसी भी बदलाव का सीधा असर कंपनी के मुनाफे पर पड़ता है। पिछली बार, राष्ट्रीय विपत्ति आकस्मिक शुल्क (एनसीसीडी) में 16% की वृद्धि हुई थी, जिसने कई कंपनियों पर अतिरिक्त बोझ डाला था।

आईटीसी शेयरों की स्थिरता और बढ़त

बजट घोषणा के बाद आईटीसी के शेयरों में 4% से अधिक की वृद्धि हुई, जिससे निफ्टी इंडेक्स में लगभग 40 अंक की बढ़त देखी गई। यह बढ़त महत्वपूर्ण थी क्योंकि broader losses को इससे कुछ हद तक ऑफसेट किया जा सका। आईटीसी के शेयरों का प्रदर्शन इस साल अब तक सपाट रहा है, हालांकि पिछले दो वर्षों में यानी 2022 और 2023 में इसका प्रदर्शन काफी मजबूत था। इस स्थिरता और वृद्धि ने निवेशकों को आशावाद से भर दिया है।

मैक्रॉरी की सकारात्मक रिपोर्ट

ब्रोकरेज फर्म मैक्रॉरी ने आईटीसी पर कवर शुरू किया और इसका लक्ष्य मूल्य 535 रुपये रखा। इसका प्रमुख कारण कंपनी के सिगरेट व्यवसाय की वृद्धि की संभावना थी। रिपोर्ट में यह भी अनुमान लगाया गया कि अगले दशक में आईटीसी की गैर-सिगरेट ईबीआईटी (ब्याज और कर से पहले की आय) कंपनी के कुल ईबीआईटी का 35% से 40% हो सकती है, जो वर्तमान में केवल 20% है। यह अनुमान कंपनी के विविधीकरण और दीर्घकालिक व्यवसाय संचालनों की मजबूती को दर्शाता है।

वित्तीय बाजार में प्रतिक्रिया

आईटीसी के निवेशकों में एक तरफ खुशी की लहर दौड़ गई, वहीं व्यापक बाजार के विश्लेषक भी इस निर्णय को सकारात्मक रूप में देख रहे हैं। तंबाकू कर में स्थिरता से कंपनी को अपने मौजूदा रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर मिलेगा, जिससे दीर्घकालिक लाभ की संभावना बढ़ेगी।

यह देखना रोचक होगा कि कंपनी आने वाले समय में अपनी विकास योजनाओं को कैसे अंजाम देती है और क्या इस स्थिरता का लाभ लेकर और अधिक ऊंचाई हासिल करती है। सिमित बदलाव और आर्थिक नीतियों के स्थायित्व ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि स्थिरता और स्थायित्व किसी भी व्यवसाय के लिए कितने महत्वपूर्ण होते हैं।

आईटीसी की भविष्य की योजनाएं और संभावनाएं

आईटीसी की भविष्य की योजनाएं और संभावनाएं

आईटीसी कंपनी का तंबाकू व्यवसाय जहां एक तरफ स्थिरता का प्रतीक है, वहीं कंपनी ने स्वास्थ्य और स्वच्छता से संबंधित व्यवसायों में भी प्रवेश किया है। इसका उद्देश्य दीर्घकालिक विकास को सुनिश्चित करना है। फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी) और हॉस्पिटैलिटी जैसे विविध क्षेत्रों में कंपनी की मौजूदगी इसे एक मजबूत और भरोसेमंद ब्रांड बनाती है।

कंपनी के अन्य सेक्टर में निवेश और विस्तार की योजनाएं भी काफी महत्वपूर्ण हैं। जैसे कि प्रीमियम खाद्य उत्पाद, पर्सनल केयर, और स्टैशनलरी में कंपनी ने अपनी मौजूदगी बढ़ाई है। कंपनी के इस विस्तार ने उसे एक विविधतापूर्ण प्रतीक बनने में मदद की है।

कंपनी का प्रमुख ध्यान अब गैर-सिगरेट कारोबार की बढ़ती विकास दर को और मजबूत करने पर है, जो इसे एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा। आईटीसी का विस्तृत पोर्टफोलियो और भविष्य की योजनाएं संकेत देती हैं कि कंपनी आने वाले वर्षों में और भी अहम भूमिका निभा सकती है।

आईटीसी की योजना अगले दशक में अपनी गैर-सिगरेट ईबीआईटी को 20% से बढ़ाकर 35% से 40% तक ले जाने की है, जो कंपनी के विविधीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। यह कंपनी के दीर्घकालिक निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है और इससे शेयरधारकों का विश्वास और बढ़ेगा।

आईटीसी का वित्तीय प्रदर्शन, विविध व्यापारिक रणनीति और स्थिर तंबाकू कर नीति इसे भविष्य में और भी मजबूत बनाएगी। निवेशकों और विश्लेषकों की उम्मीदें इसके दीर्घकालिक विकास को लेकर काफी सकारात्मक हैं, जिससे कंपनी के शेयरों में भी स्थिरता और मजबूती बनी रहेगी।

6 टिप्पणि

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    Ankur Mittal

    जुलाई 23, 2024 AT 22:26

    ये तो सच में बड़ी खबर है! तंबाकू कर में बदलाव न होना आईटीसी के लिए बरकत है। मैक्रॉरी का लक्ष्य मूल्य 535 रुपये बिल्कुल सही है - गैर-सिगरेट बिज़नेस की ग्रोथ अब ट्रेंड में है। अगले 5 साल में ये कंपनी शायद एफएमसीजी में ही ज्यादा कमाई करने लगेगी। 🚀

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    Tanya Srivastava

    जुलाई 25, 2024 AT 09:21

    अरे यार ये सब बकवास है! 😒 तंबाकू कर नहीं बढ़ाया तो फिर बजट का मतलब क्या? ये कंपनियां तो लोगों की जिंदगी बर्बाद कर रही हैं और अब इन्हें बोनस दे रहे हैं? शेयर बढ़े तो बढ़े, पर इंसानियत कहाँ? 😭 ये सब बाजार का खेल है, जिसमें हम लोग बलि चढ़ रहे हैं।

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    Amrit Moghariya

    जुलाई 26, 2024 AT 11:29

    तो फिर तंबाकू कर नहीं बढ़ाया तो आईटीसी के शेयर उछल गए... यानी सरकार को लोगों को मारने का अधिकार है, पर पैसा कमाने का नहीं? 😏 सालों से धुआं बांट रहे हैं, अब फिर से बॉस को नमन।

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    Diksha Sharma

    जुलाई 27, 2024 AT 01:51

    ये सब बातें झूठ हैं... ये कंपनी सरकार के साथ साजिश कर रही है। तंबाकू कर नहीं बढ़ाया? बस एक ट्रिक है! अगले 6 महीने में आएगा नया टैक्स - 'हेल्थ रिपेरेशन फी' नाम से। फिर तुम देखोगे कि शेयर गिर जाएंगे। और फिर कहेंगे 'मार्केट ने फैसला किया'। 🤫

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    Akshat goyal

    जुलाई 27, 2024 AT 05:45

    अच्छा फैसला।

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    anand verma

    जुलाई 27, 2024 AT 20:39

    यह विषय एक जटिल सामाजिक-आर्थिक द्वंद्व को उजागर करता है। आर्थिक स्थिरता और सार्वजनिक स्वास्थ्य के बीच संतुलन बनाना एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण कार्य है। आईटीसी की विविधीकरण की रणनीति एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जो लंबे समय तक टिकने के लिए आवश्यक है। इस दृष्टिकोण को सराहनीय माना जाना चाहिए, क्योंकि यह केवल लाभ के बजाय दीर्घकालिक टिकाऊ विकास पर ध्यान केंद्रित करता है।

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